बाराबंकी — यूपी में अपराधियों के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन का खौफ साफ दिखाई देने लगा है। तभी अब ये बदमाश खुद को जेल में ही सुरक्षित समझ रहे है।
पिछले 8 जुलाई को बाराबंकी पुलिस कस्टडी से फरार हुए शातिर बदमाश सोनू सिंह उर्फ राकेश को पुलिस ने फिर गिरिफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुँचा दिया हैं।
बता दें कि ये वही शातिर बदमाश सोनू सिंह उर्फ राकेश हैं जो पुलिस से फरार होने के बाद अपना हर बार नाम बदल कर लखनऊ, बाराबंकी में रहा और हैदरगढ़ कस्बे में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इसी वर्ष फरवरी के माह में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन गिरफ्तार होने के बाद ये पुलिस कस्टडी में बेखौफ होकर मुखबिर को गोली मारने की धमकी देने लगा था और आज फिर वो जब पुलिस की गिरफ्त में आ गया तो इसकी जुबान बन्द हो गयी। अब ये जल्द से जल्द जेल जाने का इंतजार कर रहा हैं। क्योंकि कब पुलिस की निगाहें इसपर टेढी हो जाये और एनकाउंटर में मार दिया ये उसे पूरी तरह पता है ।
गौरतलब है कि दो अपराधी सोनू पर लगभल दर्जन भर अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं ।ये बदमाश इतना शातिर हैं की कब पुलिस को चकमा दे दे किसी को नही पता। पिछले 8 जुलाई को जिला कारागार बाराबंकी से इसे अमेठी जनपद पेशी पर गए ले जाया गया था और वहां पेशी से लौटते समय इसने पुलिस को चकमा दे फरार हो गया ।
वहीं पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद एसपी आकाश तोमर ने लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाई करते हुए इसे पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगा दी और पुलिस के शिकंजे में आखिरकार इसे आना ही पड़ा। पुलिस की गिरिफ्त में खड़ा ये 25 हजार का अब भी इनामिया शातिर बदमाश हैं जिस पर पहले 20 हजार का इंसम घोषित था। ये वो बदमाश है जिसने जेल में रहते हुए ही पुलिस कस्टडी से भागने की योजना बना डाली जिसमे इसकी पत्नी साला भी शामिल हो गया और 8 जुलाई को पेशी से लौटते समय कोतवाली हैदरगढ़ क्षेत्र से ये पुलिस कस्टडी में ही फिल्मी अंदाज से भाग निकला ।
जिसमें इसकी पत्नी ,साला और एक रिश्तेदार जेल भेजे गए लेकिन ये फरार होने के बाद जेल के बाहर खुद को सुरक्षित नही समझ रहा था। लिहाजा पुलिस के हाथों फिर पकड़ा गया ये वही शातिर सोनू सिंह हैं जिसे पूर्व एसपी सतीश कुमार ने गिरफ्तार करवाया था इसपर 20 हजार का इनाम भी घोषित था तब इसने जुर्म कबूल करते हुए था।
जानकारी के अनुसार पकड़ा गया अपराधी सोनू सिंह उर्फ राकेश 2003 से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था और वर्ष 2010 में चोरी में पकड़े जाने जमानत पर छूटने के बाद लखनऊ में स्थान बदलकर बदलकर रह रहा था और वही ऑटो चलाता था लेकिन पहचान पत्र मांगे जाने के बाद वो वहां से भागकर जगदीशपुर अमेठी जनपद में रह रहा था और वहां भी आईडी प्रूफ मांगने पर वो वहां से भी भागकर बाराबंकी वापिस आ गया और वो कस्बा हैदरगढ़ में अपना नाम बदल कर रहने लगा लेकिन चेकिंग के दौरान उसे बाराबंकी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
अपराध के क्षेत्र में आरोपी सोनू सिंह उर्फ राकेश इतना शातिर हो गया था की पुलिस को इसपर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित करना पड़ा पकड़े गए आरोपी पर लगभग दो दर्जन मुकदमे लखनऊ के थाना गोसाईं गंज और बाराबंकी में अलग अलग थानों में आईपीसी की धारा आर्म एक्ट, NDPS ,धारा 411 धारा 174 ए , धारा 394 , सहित अन्य कई गम्भीर धारावों में मुकदमे दर्ज हैं।फिलहाल पुलिस सोनू को सलाखों के पीछे भेज रही हैं लेकिन अब योगी सरकार की पुलिस का खौफ साफ इसके चेहरे पर नजर आ रहा हैं।
(रिपोर्ट-सतीश कश्यप,बाराबंकी)