मेरठ –सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे करें और अपने हर भाषण में महिला सुरक्षा की बात को शामिल करें ,
लेकिन मेरठ में सीएम के इन दावों की हवा उस वक्त निकल गई जब एक परिवार ने दबंगों की दबंगई और छेड़छाड़ से परेशान होकर आत्महत्या की कोशिश की जिसमें महिला की तो मौके पर मौत हो गई लेकिन उसका पति और बेटी अभी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं।
ताजा मामला है मेरठ के थाना हस्तिनापुर इलाके के पलटीपुरी गांव का जहां गांव के ही रहने वाले वेदपाल के परिवार ने दबंगो के आगे हार मानकर बीती रात अपने परिवार के साथ जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। पूरे परिवार के एक साथ जहर खाने से इलाके में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में पड़ोसियों ने परिवार को मवाना एक चिकित्सालय में भर्ती कराया जहाँ महिला ने दम तोड़ दिया और वेदपाल और उसकी बेटी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे है।
अस्पताल के बैड पर लेटे हुए वेदपाल का कहना है कि दबंगो की गुंडई और पुलिस के कार्रवाई न करने से हताश होकर परिवार को ख़त्म करने की ठान ली। वेदपाल ने बताया कि मनचलो और गांव के दबंगो के आगे पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने के कारण उन्होंने हार मान ली और सभी को एक साथ सल्फाश खाकर मौत की नींद सोने का कड़ा कदम उठा लिया। लेकिन अस्पताल में आते आते उसकी पत्नी जिंदगी मौत से जंग हार गयी तो बेटी और वेदपाल की हालत अभी चिंता जनक बनी हुई है ।
अब सवाल उठता है कि अगर पुलिस सही समय रहते निष्पक्ष कार्यवाही कर देती तो आज एक परिवार को इस तरह ये कदम नहीं उठाना पड़ता। हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
(रिपोर्ट-सागर कुशवाहा,मेरठ)