कानपुर देहात में आठ पुलिस वालों की हत्या को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे को ढूंढने के लिये यूपी एसटीएफ की टीम लगातार ऑपरेशन चला रही है। इसके अलावा राज्य सरकार ने विकास दुबे पर घोषित इनाम 50 हजार से बढ़ाकर अब ढाई लाख कर दिया गया है।
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इसी कड़ी में मिश्रिख इलाके के नैमिष में रविवार को चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो लग्जरी गाड़ियों से 9 असलहे और 150 कारतूस बरामद किया। असलहों में 6 रायफल, एक बंदूक और दो पिस्टल हैं। दोनों गाड़ियों से 13 लोग हिरासत में लिए गए।
अनुपम दुबे पर मामला दर्द…
सूत्रों के अनुसार इनमें विकास दुबे का रिश्तेदार अनुपम दुबे और उसके दोस्त हैं। उसके खिलाफ फर्रूखाबाद जिले समेत कई थानों में 30 संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या तक के केस भी हैं। विकास का रिश्तेदार होने को लेकर पुलिस खुलकर बोलने से बच रही है। हालांकि पुलिस के कुछ सूत्रों ने यह जरूर कहा कि हो सकता कोई दूर का रिश्तेदार हो।
अनुपम के पास से कई सिम बारामद..
मूल रूप से फर्रुखाबाद निवासी अनुपम लखनऊ में रहता है। वह बसपा के टिकट पर हरदोई की सवायजपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका है। अनुपम के पास से कई मोबाइल फोन व सिमकार्ड बरामद हुए हैं। मोबाइल व सिम दोनों के नए होने की बात सामने आ रही है।
बता दें कि इससे पहले इस पुलिस ने विकास दुबे का खास सहयोगी और पुलिस वालों पर हमला करने वाला दयाशंकर देर रात मुठभेड़ में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लग गई। घायल दयाशंकर पर भी 25 हजार का इनाम घोषित है। जानकारी के मुताबिक दयाशंकर विकास के साथ घर पर ही रहता था। पूछताछ में दयाशंकर से पुलिस को अहम सुराग मिल सकते हैं।
कानपुर से सटे जिलों की सीमाओं पर लगे पोस्टर
प्रदेश के कानपूर में हुए इस बड़े हत्याकांड को अंजाम देकर फरार चल रहे विकास दुबे की गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। 40 थानों की फोर्स, एक अहजर से अधिक दरोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीऍफ़ की टीम उसकी चप्पे-चप्पे पर तलाश कर रही है। बावजूद उसके 72 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी दुबे और उसके गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
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