उत्तर प्रदेश सरकार ने आगरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई। जांच करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद तीन थाना प्रभारी समेत 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
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बता दें कि आगरा के शमसाबाद इलाके में बुधवार को फोरेंसिक वैज्ञानिकों द्वारा बिसरा की जांच में जहरीली शराब से मौतों की पुष्टि हुई। जिसके बाद एडीजी ने सख्त एक्शन लिया। यहां जहरीली शराब पीने से दस ग्रामीणों की मौत हो गई थी। वहीं आबकारी विभाग और थानों की पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने की जगह मामले को दबाने की कोशिश करती रही थी।
दरअसल एडीजी जोन राजीव कृष्ण के नेतृत्व में एक टीम ने गांवों का दौरा किया और मृतक के परिवार के सदस्यों से बातचीत की। राज्य के आबकारी विभाग के तीन निरीक्षकों को भी निलंबित कर दिया गया है। भागायुक्त अमित गुप्ता और जिलाधिकारी पी.एन. सिंह ने जमीनी रिपोर्ट लेने के लिए प्रभावित गांवों का भी दौरा किया। चार दुकानों को पहले ही सील कर जांच के लिए नमूने भेजे जा चुके हैं। उधर विपक्षी नेताओं ने मृतक के परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है।
पुलिसकर्मियों को किया गया निलंबित
अरुण कुमार बीट आरक्षसी देवरी थाना ताजगंज, इंस्पेक्टर ताजगंज उमेश चंद्र त्रिपाठी, कुलदीप मलिक प्रभारी एकता चौकी, इंस्पेक्टर डौकी अशोक कुमार,सोमवीर बीट आरक्षी कौलारा थाना डौकी, मुख्य आरक्षी जगजीत सिंह थाना डौकी, थानाध्यक्ष शमसाबाद राजकुमार गिरि, उदय प्रताप बीट आरक्षी गढ़ी जहान सिंह थाना शमसाबाद, श्याम सुंदर बीट आरक्षी महरमपुर थाना शमसाबादअवंती बाई लोधी स्टेडियम में गुरुवार को ट्रायल में भाग लेते खिलाड़ी।
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