वाराणसी — लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद काशीवासियों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने सोमवार को वाराणसी पहुंचे नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने भले उन्हें प्रधानमंत्री बनाया हो, लेकिन वह अपने कार्यकर्ताओं के लिए आज भी बीजेपी कार्यकर्ता ही हैं।
उन्होंने कहा, ‘काशी वालों ने मुझ पर विश्वास जताया, मैं इसके लिए आभारी हूं।’पीएम मोदी ने कहा कि आज भले ही मैं काशी से बोल रहा हूं, लेकिन पूरा उत्तरप्रदेश कोटी-कोटी धन्यवाद का पात्र है। आज पूरे देश को लोकतंत्र की निष्ठा प्रदर्शित कर रहा है। 2014, 2017 हो या 2019 की ये हैटि्रक छोटी नहीं है। यूपी देश की दिशा क्या होगी ये सोचता भी है और देश को उस पर चलने के लिए प्रेरित भी करता है। तीन-तीन चुनाव में जीत के बाद भी पॉलीटिक्ल पंडितों की आंखें नहीं खुलती है तो ऐसे पंडितों की सोच 20वीं सदी की है ना की 21वीं सदी की।
चुनाव परिणाम वो एक गणित होता है जिसको 200 वोट मिले हैं जिसे 201 मिले हैं तो वो ही विजेता हो। चुनाव का गणित इसी आधार पर चले हैं। पॉलीटिक्ल पंडितों को सोचना होगा कि चुनाव की गणित के आगे भी एक कैमेस्ट्री भी होती है, जो सारे गुणा-भाग और अंकगणित को पराजित कर देती है।
मैं काशी के हर कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्हाेंने इस चुनाव को जय और पराजय के तराजू से नहीं तौला। उन्हाेंने इस चुनाव को लोक शिक्षा, लोक संस्कृति, लोक समर्पण का पर्व माना। इसमें कोई कमी ना रहे इसके लिए घर-घर गए। आप हर कसौटी पर डिक्टिशन मार्क से पास हुए हैं। यहां की बेटियों ने स्कूटी पर जो यात्रा निकाली उससे पूरे देश में एक मैसेज गया।स्कूटी पर बैठकर हमारी बेटियों ने पूरी काशी को अपने सिर पर बिठा लिया था.’
पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं भी भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते पार्टी और कार्यकर्ता जो आदेश करते हैं, उसका पालन करने का भरसक प्रयास करता हूं। एक महीने पूर्व जब 25 तारीख को मैं यहां (वाराणसी) था, तब आन-बान-शान के साथ काशी ने विश्वरूप दिखाया था। वह सिर्फ काशी या उत्तर प्रदेश को प्रभावित करने वाला नहीं था, बल्कि उसने पूरे हिन्दुस्तान को प्रभावित किया।’