न्यूज डेस्क — भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व वित्त मंत्री और अरुण जेटली का रविवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर हिंदू-रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया। बेटे रोहन उन्हें मुखाग्नि दी।
इसके साथ ही बीजेपी में एक और युग का अंत हो गया। इस देश के तमाम बड़े नेता और हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने प्रिय नेता को आखिरी विदाई दी। पीएम मोदी विदेश दौरे पर होने के कारण अपने खास मित्र और सहयोगी अरुण जेटली के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके, जिसका गम उन्हें सालों सताता रहेगा।
बता दें कि जेटली के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर बीजेपी दफ्तर से निगमबोध घाट लाया गया। इस दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, मौजूदा दौर के बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, देश के गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित पक्ष और विपक्ष के तमाम छोटे-बड़े नेता उपस्थित थे।