फर्रुखाबाद–जिले में बाढ़ की तबाही से जनजीवन अस्त-व्यस्त है और लोगो का जीना मुश्किल हो गया है।बहुत से गांव के लोग अपने घरों में कैद हो गए है।वही जिलाधिकारी मोनिका रानी जब बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने गई तो जिस प्रकार से नाव के ऊपर चारपाई डालकर और उसके ऊपर कालीन विछाकर गांव के चारो तरफ धूमने पहुँची जब नाव से उतरी तो चारपाई पर पैर रखकर उतरी।
बाढ़ पीड़ित डीएम साहिबा को नाव पर बैठाकर उनके कर्मचारियों के साथ पानी मे खुद नाव पैदल नाव खीच रहे थे। इस समय गंगा खतरे के निशान के पास चल रही है, वही राम गंगा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर चल रही है। क्षेत्र में जो शौचालय बने थे ; वह भी नष्ट हो चुके है शौच करने के लिए भी पानी मे ही जाना पड़ता है ।वही जिलाधिकारी का कहना है कि जो लोग गांव में रहकर खाना बनाते है उन्ही को सहायता मिलेगी साथ ही साथ बाढ़ पीड़ितों को ईमानदारी का पाठ भी पढ़ा रही थी।लेकिन कटान रोकने के सिचाई विभाग ने जो घोटाले किये उसमे ईमानदारी नही दिखाई गई लेकिन बाढ़ पीड़ितों को ईमानदारी सिखाई जा रही है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )