बाराबंकी — यूपी के बाराबंकी शहर में पहुचे एक तेज तर्रार आईएसएस अधिकारी का खौफ अतिक्रमण करने वाले लोगों के बीच इस कदर भर गया हैं की वो लोग दुकानों को बंद कर खुद दुकान के बाहर लगे अतिक्रमण को हटाने में पसीने बहा रहे हैं।
दरअसल बाराबंकी नगर पालिका परिषद अंतर्गत जिले की तहसील नवाबगंज की सबसे भीड़भाड़ वाले मार्किट घण्टाघर, धनोखर,नेबलेट सहित छाया चौराहे पर दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानों के आगे बढ़चढ़ कर निर्माण करवाया उस पर कब्जा कर दुकान लगाते थे। इन दुकानदारों में तमाम सत्ताधारी पार्टी से जुड़े बड़े बड़े स्थानीय नेताओं के साथ ही अन्य दूसरी राजनैतिक पार्टियों के लोगों की भी बड़ी बड़ी आभूषणों सहित कपड़ों की भी दुकाने थी। जिन दुकानों के आगे इन लोगों ने नव निर्माण करवा रास्ते को भी कब्जा कर लिया गया और बार बार प्रशासन द्वारा चेतावनी देने के बाद भी इन लोगों ने एक इंच भी अवैध कब्जा नही छोड़ा।
इस दौरान दर्जनों एसडीएम इस तहसील में आये लेकिन किसी की दाल नही गली और इन कब्जा धारियों का मन इतना बढ़ गया की ये लोग लगातार अपनी अपनी दुकानों के आगे अतिक्रमण कर निर्माण करवाते रहे नतीजा ये रहा की एक लम्बा चौड़ा रास्ता एक सकरी गली बनकर रह गयी। जिसकी वजह से अक्सर यहां एक लंबा जाम लगने लगा।
बता दें कि ये सिलसिला लगभग पिछले कई दशकों से चला आ रहा था, लेकिन बाराबंकी जिले की तहसील सिरौलीगौसपुर को चमकाने के बाद आईएएस एसडीएम अजय द्विवेदी ने न सिर्फ नवाबगंज तहसील को चमकाने का कार्य शुरू करवाया बल्कि लंबे समय से जूझ रहे जाम की समस्या से भी अब शहर को मुक्त करवाने का अभियान भी छेड़ दिया हैं। जिनके खौफ का असर ये हैं की लोग उनकी कार्यशैली देख खुद अपनी अपनी दुकानों के सामने से अतिक्रमण खुद हटवाने के लिए खड़े हो पसीना बहाते नजर आ रहे हैं।
(रिपोर्ट – सतीश कश्यप, बाराबंकी)