मनोरंजन डेस्क — अभिनेत्री स्वरा भास्कर का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि ‘ वीरे दी वेडिंग ’ में मास्टरबेशन वाले सीन के लिए उन्हें ट्रोल किया जायेगा लेकिन उन्हें यह भी लगा कि इससे महिलाओं की सेक्सुअल डिजायर्स के बारे में डिस्कशन शुरू होगा. यह विषय भारतीय समाज और फिल्मों में अछूत माना जाता है.
हालांकि, इस सीन को उन्होंने गलत मानने से इनकार किया था. अब उन्होंने कहा है कि इसी सीन की वजह से लोग औरतों की यौन इच्छाओं के बारे में बात करने लगे हैं जिस पर अभी तक समाज खामोश रह जाता था.
वहीं स्वरा भास्कर ने कहा है कि भारतीय समाज और सिनेमा में औरतों की यौन इच्छाओं को लेकर बात ही नहीं की जाती है. इस मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, ‘मुझे अंदाजा था कि इसके लिए मुझे ट्रोल किया जाएगा. इस सीन से सभी को शॉक लगना ही था क्योंकि हमारे समाज में लोगों को यौन इच्छाओं के बारे में बात करने में शर्म आती है. मैं चीजों को लेकर काफी खुली सोच रखती हूं और राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखती हूं. इसीलिए लोगों ने मुझे ट्रोल करने का मौका नहीं छोड़ा.
जबकि ये फिल्म केवल मास्टरबेशन पर केंद्रित नहीं है, बल्कि उससे कहीं आगे है.’स्वरा ने आगे कहा कि, ‘ये फिल्म बॉलीवुड की पहली ऐसी मेनस्ट्रीम फिल्म है जो खुलकर औरतों की यौन इच्छाओं को दर्शाती है और फिल्म की वजह से ही अब इस पर चर्चा होने लगी है.’