प्रदेश में एक चौकाने वाली घटना सामने आई है। यहां कैनरा बैंक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब पैसा निकालने एक मुर्दा पहुंच गया, जिसे देखते ही डर से अधिकारियों की रूह कांप गई। अगर आप ये सोच रहे होंगे कि आखिरकार ये कैसे संभव है, तो ज्यादा हैरान मत होइए क्योंकि ऐसा ही एक वाकया हुआ है।
ये भी पढ़ें..लेडी सिंघम लिपि सिंह का प्रमोशन, इन 4 IPS अफसरों का भी कद बढ़ा
अर्थी लेकर बैंक पहुंचे लोग
दरअसल पूरी घटना राजधानी पटना के शाहजहांपुर थाना इलाके की है, जहां सिगरियावां गांव स्थित केनरा बैंक में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया, जब अर्थी से निकल कर एक शख्स बैंक में जमा अपने रुपये की निकासी की मांग करने लगा।
इस घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सिगरियावां गांव के रहने वाले 55 वर्षीय महेश यादव की मंगलवार को मौत हो गई। महेश की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार करने के लिए ग्रामीणों के पास पैसे नहीं थे।
3 घंटे बैंक में ही पड़ा रहा शव
गांव वाले बैंक में जाकर महेश के खाता में जमा पैसा देने की मांग करने लगे। लेकिन बैंक के अधिकारियों ने ऐसा करने से साफ़ इंकार कर दिया। केनरा बैंक के अधिकारी जब पैसा नहीं दिए तो गांववाले महेश यादव की अर्थी को लेकर ही बैंक पहुंच गए, जिससे अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई।
लगभग 3 घंटा तक शव (मुर्दा) बैंक में ही पड़ा रहा, मामले को शांत कराने के लिए मैनेजर ने अपनी ओर से 10 हजार रुपये दिया और जैसे-तैसे लोगों को समझा-बुझाकर अंतिम संस्कार करने के लिए भेजा।
मृतक नहीं हुई थी शादी
दरअसल मृतक महेश यादव की शादी नहीं हुई थी, जिसके कारण जब उसने बैंक में अपना खुलवाया तो किसी का भी नाम नॉमिनी में नहीं दिया। बताया जा रहा है कि उसके खाते में एक लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है।
बैंक अधिकारियों के मुताबिक दो बार सूचना देने के बावजूद भी महेश अपना KYC भी अपडेट नहीं कराया था, जिसके कारण मैनेजर ने पैसा देने से इनकार कर दिया।
ये भी पढ़ें..खुशखबरीः पुलिस कांस्टेबल के 7000 पदों पर निकली वैकेंसी, जानें आवेदन की तारीख़…
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। )