अडानी हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सड़क से संसद तक संग्राम छिड़ा है। बजट सत्र के दौरान विपक्ष एकजुट है। लोकसभा में आज सेशन के दौरान जमकर नारेबाजी हुई जिसके बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। गौतम अडानी के मुद्दे पर विपक्ष बजट सत्र के दौरान लगातार केंद्र सरकार से जवाब मांग रहा है। संसद के बजट सत्र के चौथे दिन भी कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्षी सांसदों ने वी वांट जेपीसी और देश की लूट बंद करो के नारे लगाए संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को हंगामे के कारण स्थगित करना पड़ा।शुक्रवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही एक बार फिर विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। अब संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही 3 दिनों 6 फरवरी सोमवार तक स्थगित कर दी गई है।
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शुक्रवार को कार्यवाही के दौरान विपक्ष के सांसदों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर हंगामा किया और इस मामले में जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) गठित करने की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन के पटल के लिए रणनीति तैयार करने के लिए अपने संसद कार्यालय में सुबह विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।
गौरतलब है कि संसद के चालू बजट सत्र में विपक्ष आक्रामक नजर आ रहा हैै। संसद की कार्यवाही शुरुआती दो दिन के बाद नहीं चल सकी है। विपक्षी दलों के सांसद संसद में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और इसमें अडानी ग्रुप पर लगाए गए आरोप पर चर्चा, इसकी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने और एलआईसी, स्टेट बैंक में जमा लोगों के पैसे की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को लेकर वित्त मंत्री की ओर से जवाब की मांग कर रहे हैं।
गुरुवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग करते हुए कहा कि गौतम अडानी को जेपीसी के सामने पेश किया जाए।
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