बहराइच — बीते दिनों सीतापुर में आदमखोर कुत्तों के हमलों से कई कई मासूमो को अपनी जान गवानी पड़ी थी हमलों को लेकर वन वन विभाग व जिला प्रसाशन की उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने खुद अपने व परिवार को आदमखोर जानवरों से बचाने के लिये आगे आने पड़ा था।
लेकिन लगता है कि प्रदेश के वन विभाग समेत जिलो के आलाधिकारियों ने सीतापुर की घटना से कोई सबक नही लिया है । इसकी एक बानगी जनपद बहराइच में देखने को मिली है । जहां के फखरपुर इलाके के कोठवल कला गांव में बीते तीन दिनों से आदमखोर कुत्ते ग्रामीणों पर हमला कर रहे हैं।अभी तक 20से अधिक लोग कुत्तों के हमले में घायल हुए हैं। जिन्हें निजी चिकित्सकों के यहां भर्ती कराया गया है। इनमें से कई लोगों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है।
जबकि अन्य लोगों का इलाज चल रहा है। सूचना वन विभाग को दी गई है। लेकिन कोई भी वनकर्मी या प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।जिसके बाद ग्रामीण खुद आदमखोर कुत्तों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुये लाठी डंडो से लैस होकर ग्राम में पहरा दे रहे हैं । उनका कहना है की न वन विभाग और न ही प्रसाशन कोई मदद कर रहा है । जिसके बाद हम लोग खुद अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा के लिये इन आदमखोर जानवरों से निपटने के प्रयास में लगे हुये हैं ।
सीतापुर में कुत्तों के तांडव के बाद बहराइच में भी कुत्तों का हमला बढ़ता जा रहा है। फखरपुर थाना अंतर्गत कोठवल कला गांव में कुतों का आतंक शुरू हो गया है। क्षेत्र में कुत्तों की संख्या अधिक है। लेकिन पांच से छह की संख्या में कुत्ते तीन दिन से राहगीरों पर हमलावर हो रहे हैं।
मंगलवार देर शाम को कुत्तों ने गांव निवासी रावेंद्र कुमार, बीरबल, हरपाल, शर्मावती, प्रेमनाथ, सूरज, लकी समेत 20 से अधिक लोगों पर आदमखोर कुत्तों ने हमला कर उन्हें घायल कर चुके हैं । ग्रामीणों का कहना है । कि हमने इस बारे में वन विभाग समेत जिम्मेदार अधिकारियों को सूचना दी लेकिन कोई सुनवायी नही हो रही है । ग्रामीण इन आदमखोर कुत्तों से अपनी व परिवार की सुरक्षा करने के लिये अब खुद ही लाठी डंडों से लैस होकर रात दिन जागकर पहरा दे रहें हैं ।
(रिपोर्ट-अमरेंद्र पाठक,बहराइच)