पीएम मोदी द्वारा किए गए लॉकडाउन के एलान के बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों से गरीब और मजदूर लोगों की परेशानियों की भी तस्वीरें सामने रही हैं. देश में लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है. रोज कमाने खाने वालों के लिए अब पेट पालना एक चुनौती बन गई है.ऐसे में सरकार के साथ-साथ कुछ सामाजिक संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, ग्राम प्रधान आदि ने गरीबो और जरूरतमंदों को जरुरी समान मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है. इसी कड़ी
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इसी कड़ी पंचायती राज विभाग (Panchayati Raj ) लखनऊ के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री राहत आपदा कोष में सात लाख अट्ठाईस हजार पांच सौ रुपये का (7,88,500) का योगदान दिया है।
इस दौरान पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश (Panchayati Raj ) लखनऊ के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कहा कि देश भर में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन हो गया है। वहीं लॉकडाउन होने से लोग अपने घरों को छोड़कर सैकड़ों किमी दूर पड़े हुए है। ऐसे में उन लोगों को खाने- पीने व ठहरने के अलावा अन्य कई समस्यों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में सरकार ने इन लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में फंड देने की अपील की है, इसी क्रम में उन जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ के अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से 7,88,500 रुपये का जिलाधिकारी को चेक सौंपा गया। वहीं लोगों से अपील भी की गई कि इस विशेष राहत कोष में सहायत राशि जरुर जमा करें।
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