नई दिल्ली–दशकों पहले एक जगह से दूसरे जगह पर मैसेज भेजने के लिए पक्षियों का इस्तेमाल किया जाता था। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भी कई बार मैसेज भेजने के लिए पक्षियों का इस्तेमाल किया जाता था।
सीमा पर भारत की पुलिस ने एक कबूतर को हिरासत में लेकर पाकिस्तानी जासूस होने का आशंका जताई है। सीमा पर अधिकारियों ने दावा किया है कि सोमवार (11 जून) को भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक पक्षी को देखा गया, जिस पर उर्दू भाषा में कुछ मार्क पाए गए हैं। सीमा से मानवाल गांव के युवक ने इस कबूतर को सबसे पहले देखा और फिर पुलिस को सौंप दिया। हालांकि, पक्षी में ऐसे कुछ भी संदिग्ध नहीं देखा गया, लेकिन फिर भी पुलिस को शक है कि यह कोई जासूस या सीमा पार से कोई मैसेज हो सकता है।
अजनाला शहर के पुलिस इंस्पेक्टर परमवीर सिंह ने कहा कि इस कबूतर को सेना को सौंप दिया गया है और वे अब इस पक्षी का एक्स-रे निकालकर इसकी जांच करेंगे। सिक्योरिटी फोर्स के मुताबिक, आतंकवादी और ड्रग माफिया सीमा पार से मैसेज भेजने के लिए कबूतरों का इस्तेमाल करते आए हैं।
इससे पहले 2016 में भी पाकिस्तान बॉर्डर के पास अजनाला कस्बे में लोगों को एक कबूतर मिला था, जिसके पंखों पर मोबाइल नंबर और ऊर्दू में कुछ लिखा हुआ पाया गया था। पुलिस ने उस कबूतर गिरफ्तार कर छानबीन की थी। उस कबूतर के शरीर पर भी कुछ सीक्रेट नोट पाए गए थे। वहीं, 2015 में सीमा पर एक कबूतर को बीएसएफ ने पकड़ा था, जिसके शरीर पर कुछ सीक्रेट नंबर पाए गए थे।