आदेश की उडी धज्जियां, राजस्व अधिकारी व पुलिस के सामने जला दिया मकान

बहराइच– कारीकोट गांव में दो ग्रामीणों के जमीन की पैमाइश करवाकर मेड़बंदी का आदेश एसडीएम ने दिया। बुधवार को राजस्व अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। 

पैमाइश करवाने के बाद राजस्व अधिकारी व पुलिस के सामने ही कुछ कर्मचारियों ने जमीन के किनारे बने चार मकानों को ढहा दिया। दो मकानों के छप्पर को आग के हवाले कर दिया। इस पर गांव के लोग भड़क उठे। नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। शिकायत एसडीएम से की गई। एसडीएम ने तहसीलदार को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

सुजौली थाना अंतर्गत ओरीपुरवा चफरिया निवासी गिरजा दयाल और घनश्याम की जमीन कारीकोट गांव में स्थित है। दोनों ग्रामीणों ने जमीन की पैमाइश और मेड़बंदी के लिए उपजिलाधिकारी मोतीपुरके न्यायालय पर आवेदन किया था। एसडीएम ने पुलिस बल की मौजूदगी में पक्की मेड़बंदी का आदेश दिया। उसी के तहत बुधवार को राजस्व निरीक्षक सगीर अहमद, क्षेत्रीय लेखपाल सतीश कुमार, एसआईखादिम सज्जाद और जितेंद्र सिंह, टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पैमाइश करवाकर ग्रामीण के भूमि का चिन्हांकन किया। 

इसी दौरान जमीन के किनारे स्थित गांव निवासी जग्गू, पेशकार, लालता और हरि के मकानों को कुछ लोगों ने उसे ढहा दिया। इसके बाद जग्गू और लालता के छप्पर को आग के हवाले कर दिया। जिसमें गृहस्थी का भी सामान जल गया। चीख पुकार मच गई। गांव के लोग भी एकत्रित हो गए। तत्काल विधायक अक्षयवरलाल गोंड को घटना की जानकारी दी गई। विधायक के हस्तक्षेप पर एसडीएम ने राजस्व अधिकारियों की टीम को मोबाइल पर ही कड़ी फटकार लगाई। 

उपजिलाधिकारी कीर्तिप्रकाश भारती ने बताया कि सिर्फ मेड़बंदी और पैमाइश का आदेश था। मकान ढहाने और आग लगाने को नहीं कहा गया था। ग्रामीणों ने कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता बतायी है। मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी गई है। जांच के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

(रिपोर्ट – अनुराग पाठक, बहराइच ) 

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