बहराइच — एचआईवी के प्रति सजगता और एचआईवी पॉजिटिव को होने वाले टीबी रोग से बचाने के लिए गुरुवार को जागरुकता शिविर का आयोजन क्षय रोग कार्यालय परिसर में हुआ। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अब तक 152 एचआईवी पॉजिटिव से मिल चुके हैं।
इन्हें टीवी के खतरे से बचाने के लिए शीघ्र ही नानपारा व बहराइच में सीबीनाट मशीन की स्थापना की जाएगी। इस मौके पर जागरुकता अभियान की रूपरेखा भी तैयार की गई।जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग की ओर से गुरुवार को एचआईवी/एड्स उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार पांडेय रहे।
सीएमओ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष 1100 लोगों का परीक्षण किया गया है। इनमें से 152 लोग एचआईवी पॉजिटिव मिले हैं। उन्होंने कहा कि एचआई ग्रसित लोगों में टीवी के संक्रमण का खतरा अधिक होता है। उससे बचाने के लिए जागरुकता की अधिक जरूरत है। साथ ही परीक्षण की भी आवश्यकता होती है। परीक्षण के लिए सीबी नाट मशीन की स्थापना बहराइच व नानपारा में शीघ्र ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला हाई रिस्क क्षेत्र में स्थित है।
ऐसे में एचआईवी ग्रसित लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिल सकें। इसके प्रयास हों। जिला क्षय रोग अधिकारी व एड्स के नोडल अधिकारी पीके वर्मा ने बताया कि इस वर्ष 15 एचआईवी ग्रस्त 15 महिलाओं में से सात महिलाओं को सुरक्षित प्रसव कराया गया। जबकि टीबी से ग्रसित चार रोगियों में से एक रोगी को रोगमुक्त किया गया है। शेष तीन का इलाज चल रहा है। कार्यक्रम को मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. पीके टंडन, महिला सीएमएस डॉ.मजरी टंडन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अंशुमान, डॉ. अकांक्षा राय,।
रिपोर्ट- अनुराग पाठक,बहराइच