न्यूज डेस्क — राजस्थान के कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल में नवजातों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौत का आंकड़ा 105 पहुंच गया है। वहीं, एक जनवरी को तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया, जबकि गुरुवार को एक बच्चे की मौत हुई थी।
वहीं कोटा के जेकेलोन अस्पताल पहुंचे मंत्रियों को भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है।
इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि देश के अंदर, प्रदेश के अंदर, कई जगह, अस्पताल के अंदर कुछ कमियां मिलेंगी। उसकी आलोचना करने का हक मीडिया और लोग रखते हैं, उससे सरकार की आंखे खुलती हैं और सरकार उसको सुधारती है।
उधर कोटा के सरकारी अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत के मामले में अब केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से फोन पर बात करने के बाद विशेषज्ञ दल भेजने के निर्देश दिए। दल अस्पताल में कमियों का विश्लेषण करने बाद तत्काल जरूरी कदमों की अनुशंसा करेगा।
गौरतलब है कि कोटा जेके लोन अस्पताल में 30-31 दिसंबर को नौ नवजातों की मौत के साथ अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 पहुंच गई थी। पिछले दो दिनों में चार और बच्चों की मौत हो गई। दूसरी ओर, अस्पताल के शिशु रोग विभाग के प्रभारी डॉ एएल बैरवा ने कहा, यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी। 2019 में आंकड़ा घटा है। ज्यादातर मौत जन्म के समय कम वजन के कारण हो रही हैं।