राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठने लगी है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को पार्टी के राज्यसभा सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बैठक की, जिसमें कई सदस्यों ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की.
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गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी के कई नेताओं ने उनसे इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया था लेकिन राहुल अपने फैसले पर अडिग रहे थे. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में रिपुन बोरा, पीएल पूनिया, छाया वर्मा तथा कुछ अन्य सदस्यों ने राहुल को फिर से पार्टी की कमान सौंपने की पैरवी की.
बैठक से अवगत एक सूत्र ने बताया, ‘‘बोरा, पूनिया, छाया वर्मा और कुछ अन्य सदस्यों ने कहा कि मौजूदा समय में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना है कि राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाए. इन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ही विपक्ष में इकलौती आवाज हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दे रहे हैं.”सूत्रों का कहना था कि पार्टी के कई राज्यसभा सदस्यों की इस मांग पर सोनिया गांधी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. गत 11 जुलाई को सोनिया ने कांग्रेस के लोकसभा सदस्यों के साथ डिजिटल बैठक की थी और उसमें भी पार्टी के कई सांसदों ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी देने की मांग की थी.
पिछले साल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था.सोनिया की अगुवाई में हुई पार्टी के राज्यसभा सदस्यों की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्षगुलाम नबी आजाद, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश और कई अन्य राज्यसभा सदस्य मौजूद थे.सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में कोरोना महामारी से संबंधित हालात, मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति, लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध और अर्थव्यवस्था की स्थिति पर मुख्य रूप से चर्चा हुई. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था की स्थिति पर अपनी बात रखी. राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 40 है, जबकि लोकसभा में पार्टी के सांसदों की संख्या 52 है.