प्रतापगढ़ — यूपी के प्रतापगढ़ में एक बार फिर पुलिस की बड़ी लापरवाही खुलकर आई सामने आई है।यहां शातिर बदमाश दिलीप उर्फ मोनू पाल जेठवारा कोतवाली के लॉकअप से फरार हो गया है।वहीं पुलिस मामले की लीपापोती में जुटी हुई है।
बताया जाता है कि बीती 20 तारीख को बाघराय कोतवाली के बिहार बाजार में स्थित एटीएम में एक व्यक्ति का एटीएम बदल कर भाग रहे शातिर मोनू को भीड़ ने पकड़कर बाघराय पुलिस को सौप दिया था। क्योंकि जेठवारा कोतवाली में लूट के मामले में वांछित चल रहा था मोनू जिसके चलते उसे जेठवारा पुलिस के हवाले कर दिया गया था। जहा से बीती 24 तारीख को मोनू फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस के हाथ पैर फूल गए क्योकि उसके पकड़े जाने की खबर अखबारों की सुर्ख़ियो में थी।
अब पुलिस के दमन पर लगे दाग को छुड़ाने में लगी पहले तो मामले को पचाने में लगी रही लेकिन कैमरे के सामने एक मुलजिम के फरार होने के प्रश्न पर ही मुलजिम का पूरा विवरण अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी ने बता डाला। अपर पुलिस अधीक्षक की माने तो शातिर मोनू महेशगंज कोतवाली इलाके का रहने वाला टॉपटेन अपराधी है जिसपर गैंगेस्टर की भी कार्यवाई हो चुकी है।मोनू पर लूट समेत तमाम मुकदमे दर्ज है। इसके अपराध की खोज पड़ोसी जनपदों में भी की जा रही है।
मामले की जांच के लिए सीओ कुंडा राधेश्याम को सौप दी गई है। अब देखना होगा कि पुलिस अपने दमन के दाग को मिटाने में कितना कामयाब होती है, या फिर शातिर को गिरफ्त में लेकर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाई कर पायेगी फिलहाल ये तो समय ही बताएगा। हालांकि पीड़ित के भाई ने भी उसके पुलिस द्वारा अवैध ढंग से बैठाए रहने का उच्चाधिकारियो को पत्र प्रेषित किया जा चुका है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)