कानपुर देहात–रूरा विद्युत उपकेंद्र के पास नन्हे मुन्ने बच्चे ने विश्व जैव विविधता दिवस पर माडल के माध्यम से पृथ्वी पर पक्षियों,पशुओं,पौधों के संरक्षण का मार्मिक संदेश देते नजर आए।
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बताते चलें कि उपस्थित जीवन की विविधता और परिवर्तन शीलता को सन्दर्भित करने के लिए विश्व जैव विविधता दिवस मनाया जाता है।ये विविधताएँ आनुवंशिक, प्रजातीय, पारिस्थिति की होती हैं।इस अवसर पर शिवम् ने कहा कि हमारे देश में वर्ष 2002 में संसद द्वारा जैव विविधता के संरक्षण लिए संघीय कानून पारित किया है।पौधे और जीव अन्योन्याश्रित हैं पारिस्थिति की सन्तुलन बनाए रखने लिए जैव विविधता का संरक्षण आवश्यक है।
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अन्तराष्ट्रीय गांधी पर्यावरण योद्धा सम्मान प्राप्त शान्या ने कहा कि जनसंख्या विस्फोटक, वनों का कटान,वायु, मृदा,जल प्रदूषण ग्लोबल वार्मिग जैव विविधता के लिए खतरा बना हुआ है। सर्वाधिक जैव विविधता अमेजन कुछ वर्षा वनों को माना जाता है। वहीँ निकलने वाले राहगीर रुक-रुक कर बच्चों के नन्हे नन्हे हाँथो में पक्षियों और पशुओं के जीवन्त माडल को देख कर प्रसन्न और रोमान्चित नजर आए।
बच्चों में रिया सिंह भदौरिया, मान्या आदि राहगीरों से पशु पक्षियों के लिए दाना पानी रखने का अनुरोध करते नजर आए। इस अवसर पर आदर्श दीक्षित,सगुन सिंह, सूर्यांश सिंह, नैतिक दीक्षित,दिव्या कमल,शान्या,सलोनी, कमल,शिवम,पकुल्ल,तनिष्क आदि बच्चे शोशल डिस्टेंस के साथ जैव विविधता दिवस मनाते नजर आए।
(रिपोर्ट-संजय कुमार,कानपुर देहात )