इलाहाबाद — भारीतय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के वाराणसी में दिए गए बयान पर चुटकी लेते समाजवादी पार्टी ने कहा कि आखिरकार उन्हें सपा-बसपा गठबंधन का खौफ सताने लगा है।
पार्टी के जिला प्रवक्ता दानबहादुर सिंह ने कहा कि कल तक भाजपा के लोग सपा और बसपा के गठबंधन को हल्के में लेकर “बबुआ (अखिलेश) और बुआ (मायावती)” का मजाक उड़ाते फिरते थे। आज उसी बबुआ-बुआ से घबराने लगे। चलो अच्छा हुआ “देर आए दुरूस्त आए”, कम से कम उनमें इस गठबंधन को लेकर खौफ तो पैदा हुआ।
सिंह ने बताया कि भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले शाह ने बुधवार को वाराणसी में अन्तत: स्वीकार कर ही लिया कि सपा एवं बसपा के संभावित गठबंधन से सावधान रहने की जरूरत है और “बुआ-बबुआ” को किसी भी रूप में कमजोर नहीं आंकना होगा। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान जनता से किए झूठे वादों को सच साबित कर दिया हाेता तो उसे सपा और बसपा के गठबंधन से डरने की जरूरत नहीं होती।
उन्होंने कहा कि डरता वह है जिसके ‘मन में चोर’ होता है। इन्होंने जनता से केवल झूठे वादे किए इसलिए खौफजदा हैं। जनता ने विश्वास कर इन्हें देश और प्रदेश की बागड़ोर सौंपी थी, लेकिन उसे अब पछतावा हो रहा है। इसी का परिणाम रहा कि लोकसभा उपचुनाव में केशव प्रासद मौर्य की फूलपुर और योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर की सीट हाथ से निकल गई। बाद में कैराना भी हाथ से चला गया।