लखनऊ — सपा से अलग होकर शिवपाल यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा पार्टी बनाकर जहाँ अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं तो वहीँ भाजपा की राह काफी हद तक आसान कर दी है.
वहीं सपा से बगावत का योगी सरकार ने शिवपाल सिंह यादव को बड़ा तोहफा दिया है. पार्टी से बगावत कर सेक्युलर मोर्चा बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव को योगी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को आवंटित आलीशान सरकारी बंगला दे दिया है.
दरअसल राज्य संपत्ति विभाग के कहने के बाद शिवपाल यादव शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे 6 लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित आवंटित बंगले को देखने भी पहुंचे. वहीं राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है कि शिवपाल बीजेपी के इशारे पर आजकल राजनीति कर रहे हैं और समाजवादी पार्टी से बगावत कर रखी है. सेक्युलर मोर्चा बनाए जाने को लेकर भी तमाम तरह के सवाल उठने लगे कि यह सेक्युलर मोर्चा कुल मिलाकर भाजपा को फायदा पहुंचाएगा.
गौरतलब है कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूर्व मुख्यमंत्रियों के सभी बंगले योगी सरकार ने खाली करा लिए थे.जिसमें 6 लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित पूर्व सीएम मायावती को आवंटित बंगला शामिल था. अब योगी सरकार ने इस बंगले को सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव को यह बंगला आवंटित कर दिया है.
किसी महल से कम नहीं मायावती का पूर्व बंगला
शिवपाल यादव को योगी सरकार द्वारा आबंटित किए गए इस बंगले पूर्व मुख्यमंत्री मायावती यहीं से अपने सारे राजनैतिक फैसले लेती थी और राजनीति में सक्रिय रहती थी.इस बंगले में 12 बेडरूम, 12 ड्रेसिंग रूम, 2 बड़े हॉल, 4 बड़े बरामदे, 2 किचन और स्टाफ क्वार्टर हैं. इसमें में 8 एसी प्लांट और 500 किलोवॉट के साउंड प्रूफ जनरेटर लगे हैं.अखिलेश से बगावत के बाद तोहफे के तौर पर सीएम योगी ने शिवपाल को सौंपा है. ऐसा बंगला तो किसी योगी सरकार के किसी भी मंत्री के भी नसीब में नहीं है.
वहीं योगी सरकार द्वारा बंगला मिलने पर शिवपाल ने कहा है कि वह बहुत सीनियर विधायक हैं और उन्हें बड़े बंगले की जरूरत थी इसलिए सरकार ने उन्हें ऐसा बंगला दिया है. उनका यह भी दावा है कि वह हमेशा से बीजेपी के खिलाफ रहे हैं और उनकी बीजेपी के साथ किसी तरह की सांठगांठ नहीं है.उधर शिवपाल को योगी सरकार से बंगला मिलने के बाद से समाजवादी पार्टी में कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हैं.