फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद में नगर पालिका परिषद के कार्यो में घोटालो की जांच करने कमिश्नर के निर्देश पर अपर आयुक्त एके मिश्रा तीन सदस्यीय टीम के साथ पहुंच गए। टीम ने यहां पर कई घंटे तक रिकार्ड हासिल करने के लिए माथापच्ची की,लेकिन उन्हें रिकार्ड नहीं हासिल हो सके।
यहां तक कि ईओ भी कमिश्नर के निर्देश के बाद भी उपलब्ध नहीं मिले। टीम ने कर्मचारियों से बातचीत की। जांच के समय मीडिया कर्मियों को वहां से हटा दिया गया। शिकायतकर्ता सांसद प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज और सभासद अतुल शंकर दुबे से टीम ने बयान लिए।
सांसद प्रतिनिधि भारद्वाज ने नगर पालिका परिषद के विभिन्न कार्यो में भ्रष्टाचार की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। डीएम ने इसके लिए स्पेशल कमेटी गठित की फिर भी कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी। इस पर सांसद प्रतिनिधि ने नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना से मिलकर शिकायत दर्ज कराई। नगर विकास मंत्री के निर्देश पर कमिश्नर ने जांच में अपर आयुक्त एके मिश्रा को लगा दिया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि नियम कानूनो को दरकिनार करते हुए पालिका परिषद की ओर से एक ही सड़क को दो बार बनाने के लिए प्रस्ताव बोर्ड में पारित करवा लिया गया। दोनों प्रस्ताव में जेई ने जो स्टीमेट बनाया है वह अलग अलग है। इसमें प्रस्ताव संख्या का भी जिक्र किया गया है। डूडा और पालिका की मिलीभगत की शिकायत की गई।
इसके साथ ही टेंडर होने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू न होने की भी शिकायत की गई थी। यह भी आरोप लगाया गया था कि बोर्ड बैठक की कार्रवाई बदल दी जाती है। इस पूरे मामले में पूर्व में ही कमिश्नर ने रिकार्ड तलब किए थे मगर रिकार्ड नहीं मिले। कार्यालय में उन्हें शिकायतकर्ता जरूर मिले मगर कोई भी अधिकारी नहीं मिला। जेई मुकेश जायसवाल के अलावा अपर जिलाधिकारी न्यायिक भानुप्रताप भी मौजूद थे। रिकार्ड उपलब्ध कराने की बारी आई तो कर्मचारी इधर उधर बगलें झांकने लगे। प्रकाश लिपिक विजय शुक्ला और एक अन्य कर्मचारी से टीम ने पूछताछ की।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)