मेरठ — मेरठ में आज जैसे ही नवनिर्वाचित मेयर और पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ ; वैसे ही यह समारोह हंगामे की भेंट चढ़ गया। दरअसल जिले में आज सभी नवनिर्वाचित राजनेताओं को शपथ ग्रहण के लिए बुलाया गया था। समारोह की शुरुआत वंदे मातरम से की गयी।
जिसमे भाजपा के सभी विजयी प्रत्याशियों ने राष्ट्रगीत के सम्मान में खड़े होकर वंदे मातरम गाया ; लेकिन वहां मौजूद बसपा के मेयर और पार्षद नहीं खड़े हुए। इस पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई और देखते ही देखते समारोह स्थल में हंगामा शुरू हो गया। भाजपा और बसपा पार्षदों ने जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान पुलिस प्रशासन की सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ामों की पोल – पट्टी भी खुल गयी।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में शपथ ग्रहण समरोह में वही हुआ जिसकी संभावना थी, वंदेमातरम गायन को लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। लेकिन इस दौरान ना तो महापौर सुनीता वर्मा ने खड़े होकर वंदेमातरम का गायन किया और न ही बसपा पार्षद और मुस्लिम पार्षदों ने गायन किया। जिसको लेकर काफी देर तक कार्यक्रम स्थाल पर दो गुटों में बंटे पार्षदों के बीच नारेबाजी होती रही। कमिश्नर प्रभात कुमार को मंच से हंगामा कर रहे पार्षदों को शांत करने की अपील करनी पड़ी, जिसके बाद जाकर उन्होंने बसपा से नवनिर्वाचित महापौर सुनीता वर्मा को शपथ दिलाई। उसके बाद महापौर सुनीता वर्मा ने सभी पार्षदों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। हंगामे के बीच हुए समारोह में व्यवस्था एक पल में ध्वस्त हो गई। शपथ ग्रहण के लिए जाते भारतीय जनता पार्टी के पार्षदो नें सदन में शंख बजाते और साथ में वंदेमातरम के नारे लगाते हुए प्रवेश किया। जैसे ही बीजेपी के पार्षद समारोह स्थल पर पहुंचे तो सभी नें पहले लगे बहुजन समाज पार्टी नवर्निवाचीत मेयर के होर्डिंग और बैनर पर अपत्ति जताई।
विरोध के चलते कुछ लोगो नें सारी होर्डिंग को फाड़ डाली। हालाकि मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था लेकिन हंगामा होता रहा और पुलिस मूक दर्शक बनी रही। दअरसल चुनावी नतीजे आने के बाद महापौर सुनीता वर्मा के पति पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने कहा था कि निगम में वंदेमातरम गायन का प्रवधान नही है, जिसको लेकर भाजपा पार्षदों ने अपनी रणनीति पहले ही बना ली थी।
रिपोर्ट-लोकेश टंडन,मेरठ