लखनऊ– एनटीपीसी (ऊंचाहार) की यूनिट-6 में हुए हादसे में यूपी समेत आठ राज्यों की बिजली सप्लाई पर असर पड़ सकता है। इस यूनिट से इस साल दिसंबर से राज्यों को बिजली मिलनी थी। अब इस यूनिट को दोबारा शुरु करने में करीब एक साल का वक्त लगने की संभावना जताई जा रही है।
500 मेगावाट यूनिट में हादसे से यूपी पहुंचाने के लिए शुरू हुई प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना पर भी इस हादसे का असर पड़ेगा। ऊंचाहार से बिजली आपूर्ति लेने वाले आठ राज्यों में करीब ढ़ाई करोड़ से अधिक परिवारों को सौभाग्य योजना से जोड़ना है। इस हादसे के बाद योजना में देरी हो सकती है।
उर्जा मंत्रालय ने ऊंचाहार पावर प्लांट से तैयार की गई बिजली का शेयर आठ राज्यों को आवंटित किया गया है। यूनिट यूपी में है, इस वजह से सबसे ज्यादा शेयर यूपी को मिला है, जो 40 फीसदी है। इसमें दिल्ली, चंडीगढ़ के अलावा जम्मू-कश्मीर को भी बिजली दी जानी थी। इन राज्यों में बिजली की मांग काफी ज्यादा है, लेकिन इस हादसे के बाद इस प्लांट को शुरु होने में एक साल का वक्त लग सकता है।
यूपी के इस पावर प्लांट से 173.74 मेगावाट बिजली मिलनी थी। ग्रामीण विद्युतीकरण में तेजी और गांव और तहसीलों में ज्यादा बिजली सप्लाई के चलते यूपी को ज्यादा बिजली खरीदनी पड़ती है। ऊंचाहार पावर प्लांट के यूनिट-6 में हुए हादसे के बाद से सबसे ज्यादा असर यूपी पर पड़ेगा।