देश के प्रमुख सुरक्षा बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बहादुरी की अनकही कहानियां अब जाने-माने ऑडियो कथाकार नीलेश मिसरा के ‘स् लो एप’ पर सुनी जा सकती हैं।
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राजधानी लखनऊ के बिजनौर स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय में एक समारोह के दौरान सीआरपीएफ के डीजी ए पी महेश्वरी और मशहूर रेडियो जर्नलिस्ट व कहानीकार नीलेश मिश्रा समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारियों और सीआरपीएफ के जवानों की मौजूदगी में सीआरपीएफ और स्लो कंटेंट प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए ।
सीआरपीएफ के महानिदेशक एपी माहेश्वरी ने नीलेश मिसरा के एससीपीएल के साथ बहादुरी की कहानियों को साझा करने के लिए समझौता ज्ञापन पर (एमओयू) हस्ताक्षर के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित सूबेदार मेजर यम बहादुर थापा को सम्मानित किया। इस मौके पर एससीपीएल की ओर से थापा की एक वीडियो के जरिये वह कहानी भी दिखाई गई जिसमें संसद हमले के दौरान गोली लगने के बावजूद उन्होंने (थापा) आतंकवादी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया था। इस मौके पर सीआरपीएफ के महानिदेशक माहेश्वरी ने अपने संबोधन में कहा कि सीआरपीएफ देश का सबसे सुशोभित पुलिस बल है, जिसे 2,112 वीरता पदक प्राप्त हुए और इस संस्था ने निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करते हुए अपने 2,224 बहादुरों का बलिदान किया है।
इस समझौते के माध्यम से देश सेवा में लगे भारत के सबसे व्यस्त और जांबाज़ सीआरपीएफ कर्मियों जवानों की गाथाओं को एक कहानी के ज़रिए देश के जन जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है । इसके माध्यम से जम्मू कश्मीर में आतंकवाद , पूर्वोत्तर में उग्रवाद और देश में नक्सलियों से मोर्चा लेने में पहले पायदान पर खड़े सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी बलिदान और संघर्ष को सरल और प्रभावी तरह से देश की जनता के सामने रखने का प्रयास है ।
(रिपोर्ट – श्वेता सिंह, लखनऊ)