सीतापुर — जिले की बहादुर बेटी शगुन त्रिपाठी को ‘इंटरनेशलल चिल्ड्रेन पीस पाईस 2018’ हेतु भारत से नामित किया गया है । जो कि सीतापुर जिले का ही नही पुरे भारत के लिये गर्व की बात है ।
शगुन त्रिपाठी का नाम सीतापुर जिले की समाजिक संस्था सम्रध्दि फाउण्डेशन के प्रयास से फिड्स राँइटर्स फाउण्डेशन नीदरलैंड को सीएमएस स्कुल के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी हरिओम शर्मा द्रारा प्रस्तावित किया गया था । फाउण्डेशन के महासचिव आयूष तिवारी ने बताया का इस पुस्कार हेतु पूरे विश्व मे मात्र 109 बच्चो को नामित किया गया है । जिसमे सीतापुर जिले के विकास खण्ड महोली के गाँव खैरवा मजरा बसवे निवासी कौशल त्रिपाठी की 13 वर्षीय पुत्री शगुन त्रिपाठी का नाम भी शामिल है। यह पुस्कार फिड्रस राइट्रस फाउण्डेशन नीदरलैंड के तत्वाधान मे उन बच्चो को प्रदान किया जाता है जिन्होंने बाल अधिकारो हेतू आदम साहस एंव बहादुरी की मिसाल कायम की है ।
आप को बता दें कि ये पुस्कार 2013 मे पाकिस्तान की युसुफ मलाला को भी मिल चुका है । इस वर्ष 2018 का यह पुस्कार 20 नवम्बर को दक्षिणी अफ्रीका के शहर केपटाउन मे प्रदान किया जायेगा शगुन को इस अवार्ड के लिये भारत से नामित होने पर कौशल त्रिपाठी के घर बधाई देने वालो का ताता लगा हुआ है । उनमे पा रामगोपाल मिश्रा पहल फाउण्डेन की माण्डवी मिश्रा आरूषी तिवारी ओम सेवा संस्थान के सत्यप्रकास सिह प्रमुख थे ।
शगुन की दिलेरी और बहादुरी की कहानी
दरअसल सीतापुर जिले के थाना महोली इलाके के गाँव खैरवा मेरा बसवे निवासी शगुन पुत्री कौशल त्रिपाठी जो सिटी माण्टेसरी स्कूल लखनऊ मे कक्षा 8 की छात्रा है। शगुन ने 4/6/2014 को माता-पिता एंव अन्य परिजनो के सहित अपनी कार से अपने गाँव से लखनऊ जा रही थी कि कमलापुर कस्बे से गुजरते समय जान बचाने की गुहार लगाती एक बालिका उसकी गाडी के सामने आ गई जिसके कारण शगुन के पिता कौशल त्रिपाठी ने गाडी रोक दी । उक्त बालिका राजकिय बालिका जो इण्टर कालेज कमलापुर की हाईस्कूल की छात्रा थी और उस दिन पाँच हथियार बन्द बदमाशो दुशाहसिक ढग से उसका अपहरण करने का प्रयास कर रहे थे ।
बालिका किसी तरह उन बदमाशो के चुगल से बच कर सडक के दूसरी तरफ भागी और शगुन की गाडी के सामने आ गई । एकाएक उसके सामने आ जाने पर शगुन के पिता कौशल त्रिपाठी ने अपनी गाडी रोक दी और गाडी से बाहर निकल आये । पीडित बालिका उनसे अपनी जान बचाने की गुहार लगाते हुये उन से चिपट गई।अपनी योजना को बिगडते देख बदमाशो ने कौशल त्रिपाठी और उनसे चिपटी बालिका को असलहे के बट से पीटते हुये अपनी गाडी मे लादने का प्रयास करने लगे । लखनऊ दिल्ली हाइवे मार्ग पर दिन दहाडे हो रही इस घटना को लोग तमाशबीन की तरह देखते रहे पर कोई मदद के लिये आगे नही आया ।
ऐसे मे शगुन ने अद्धितीय साहस का परिचय देते हुये कार मे रखा हुआ हथौडा उठाया और बाहर निकलकर बदमाशो पर अंधा धुंध प्रहार करने लगी । जिससे कई बदमाश घायल हो गये इस छोटी सी बच्ची के इस साहस को देखकर अन्य लोग भी आगे बडे और बदमाशो को वहा से भागना पडा था ।
(रिपोर्ट- सुमित बाजपेयी,सीतापुर)