न्यूज़ डेस्क– नीरजा भनोट से तो सभी वाकिफ हैं। नीरजा ने 1986 में आतंकियों से भिड़ते हुए अपनी जान गवां दी थी, क्योंकि जिस जहाज में वे तैनात थीं, उसे हाईजैक कर लिया गया था। उनकी जिंदगी पर फिल्म भी बन चुकी है। चूंकि नीरजा भनोट पंजाब से थी इसलिए पंजाब यूनिवर्सिटी की सिंडिकेट ने उनका नाम हास्टल को देने का प्रस्ताव पास किया है।
पंजाब यूनिवर्सिटी के दसवां गर्ल्स हॉस्टल, जिसे नीरजा भनोट का नाम दिया गया है, अगले महीने तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा। हालांकि हॉस्टल बन चुका है, लेकिन उसमें लिफ्ट लगाने का काम चल रहा है। ऐसे में पीयू प्रबंधन कोई जल्दबाजी ना करते हुए सभी काम खत्म होने के बाद ही अलाटमेंट करेगा। इस हॉस्टल के शुरू होने से करीब 400 ऐसी छात्राओं को फायदा होगा, जो वेटिंग लिस्ट में हैं।यूनिवर्सिटी कैंपस में करीब तीन साल से इस हॉस्टल को बनाने का काम चल रहा है। हालांकि पहले इसका निर्माण कार्य पूरा होने की डेडलाइन पिछले साल अगस्त में थी, लेकिन काम पूरा नहीं हो सका। फिर मामला दिसंबर तक चला गया। हालांकि दिसंबर तक निर्माण कार्य तो पूरा हो गया, लेकिन इसमें जो लिफ्ट की व्यवस्था की गई है, उसका काम एक सप्ताह पहले ही शुरू हुआ है। इस काम में करीब एक माह और लगेगा और उसके बाद इसे अलाट कर दिया जाएगा। पीयू प्रबंधन का मानना है कि लिफ्ट के काम के कारण छात्राओं को कोई दिक्कत ना हो, इसके चलते ही कुछ दिन और इंतजार करना होगा।