फर्रुखाबाद– यूपी पुलिस अब अपराधियों पर लगाम लगाने की जगह आम जनमानस को अपने जुल्म का शिकार बना रही है। इसका एक ताजा मामला तब सामने आया जब वर्दी में अपनी मर्यादा भूल
थानाध्यक्ष व पुलिस कर्मियों ने गेटमैन के साथ ही साथ रेलवे फाटक पर खड़े कार सवार को भी जमकर धुन दिया।दिया उसके मुंह में रिवाल्वर डाल दी। देरी हो जाने से कार में लेटी प्रसूता का नवजात शिशु मौत के मुंह में चला गया। पुलिस के आला अधिकारी जांच कर कार्यवाही की बात कर रहे हैं।
थाना क्षेत्र के ग्राम समदपुर निवासी मनोज कुमार उर्फ अमित पुत्र आसाराम ने अपर पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर कहा है कि बीते 21 फरवरी को अपनी चाची की डिलीवरी कराने जा रहा था।रजीपुर क्रॉसिंग गुमटी नंबर 130 ए पर थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार व दरोगा अनिल भदौरिया, सिपाही लल्लू भदौरिया व अन्य पुलिस पुलिस वाले पर रेलवे गेट मैंन नागेंद्र को जमकर मारपीट कर रहे थे इस पर जब मनोज ने पुलिस कर्मियों से अपनी सरकारी गाड़ी साइड में कर लेने को कहा तो सिपाही लल्लू भदौरिया आग बबूला हो गया अपनी मर्यादा भूल सिपाही लल्लू ने कार सवार मनोज के साथ मारपीट शुरु कर दी।
मनोज का आरोप है कि लल्लू भदौरिया ने उसके मुंह में अपनी रिवाल्वर डाल दी। यह देखकर गेटमैन को मार रहे थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार दरोगा अनिल भदौरिया अन्य पुलिसकर्मी भी आ गए उन्होंने कार से खींच कर बेरहमी से मारपीट की और जमकर गालियों की बौछार भी कर डाली इस घटना से कार में लेटी मनोज की चाची की तबीयत बिगड़ गई और जब वह अस्पताल लेकर पहुंचे तो बहुत लेट हो चुका था जिससे नवजात की गर्भ में ही मौत हो गई घटना के संबंध में मनोज ने एसपी को शिकायत कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।पीड़ित ने कमालगंज सीएससी पर अपना मेडिकल कराया।भाजपा सांसद मुकेश राजपूत का कहना है कि करीब दो तीन महीनों से एसपी से लल्लूलाल भदौरिया की करतूतों के बारे में अबगत कराया था लेकिन उसके ऊपर कोई कार्यवाही नही की वह आये दिन किसी न किसी के साथ गुंडई करता रहता है।जो पुलिस जनता की सेवा करनी चाहिए थी वह आज कमालगंज में अपनी सेवा करा रही है उसके साथ ही साथ पुलिस कर्मचारी खुद चोरी करते खुद ही पीड़ित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा देते है।पुलिस के जो अधिकारी जिले में मौजूद है वह अपनी मर्जी से काम कर रहे है जनता चोरी लूट की घटनाओं से परेशान है।उधर पुलिस पीड़ितों को ही आरोपी बना रही है।यह लल्लू लाल भदौरिया सिपाही कुछ वर्षों पहले एसपी के साथ मारपीट में बर्खास्त हुआ था।लेकिन बाद में अपने सुधार के नाम पर कोर्ट द्वारा नौकरी मिली थी लेकिन रवैया वही पुराना गुंडई अपने विभाग पर न करके जनता को अपना निशाना बना रहा है देखना यह होगा कि जिले के पुलिस अधिकारी क्या कार्यवाही कर रहे है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )