नेपाल–लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न राज्यों में मजदूरी कर रहे नेपाली मजदूरों का वापस अपने वतन नेपाल जाने के यूपी, बिहार, उत्तराखंड में बॉर्डर के पास जुटे है.
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ताजा मामला है उत्तराखंड का जहा के उधम सिंह नगर और चंपावत जनपद के सीमांत इलाकों में लगातार इनका आना जारी है. नेपाल बॉर्डर सील होने के कारण नेपाली मजदूरों की सीमांत क्षेत्रों के रिलीफ कैंपों में भारी भीड़ लगी. प्रशासन और नेपाली मजदूरों की समस्या की समाधान के लिए खटीमा के बीजेपी विधायक ने देश के गृह मंत्री को पत्र लिखकर नेपाल बॉर्डर खुलवाने की मांग की.
देश के कई राज्यों से अपने देश नेपाल जाने के लिए बड़ी संख्या में खटीमा, बनबसा और टनकपुर पहुंच रहे नेपाली मजदूरों को नेपाल बॉर्डर सील होने के चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जहां इन नेपाली मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. वहीं बड़ी संख्या में नेपाली मजदूरों के आने से स्थानीय प्रशासन की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं, क्योंकि प्रशासन को इतनी बड़ी संख्या में नेपाली मजदूरों के आने की उम्मीद नहीं थी. जिसके चलते प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में मजदूरों को रोकने के लिए रिलीफ कैंप नहीं बनाए गए थे.
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आपको बता दें कि नेपाल के लाखों मजदूर भारत में मजदूरी करने आते हैं और उधम सिंह नगर के खटीमा वही चंपावत के बनबसा और टनकपुर के रास्तों से आवागमन करते हैं. इसलिए लॉक डाउन के चलते सभी मजदूर अपने घरों को जाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से यहां आ गए हैं. प्रशासन को इन को रोकने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. जिसके चलते खटीमा के बीजेपी विधायक पुष्कर सिंह धामी ने देश के गृह मंत्री को पत्र लिखकर उनसे नेपाल सरकार से वार्ता कर नेपाल के सील बॉर्डर को खुलवाने की मांग की है