न्यूज डेस्क — इस दिनों देश की राजनीति में नाथूराम गोडसे, कमल हासन और साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर चर्चा का केंद्र बने हुए है।यह राजनीति तब गरमाई जब कमल हासन ने कुछ दिन पहले कहा कि महात्मा गांधी हत्यारे नाथूराम गोडसे को पहला हिंदू आतंकी बताया था।
अपने इस बयान पर वो खुद अदालत के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उनके बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे और देशभक्त रहेंगे।
वहीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर के इस बयान के बाद एक बार फिर सियासत गरमा गई। जिसकी कांग्रेस पार्टी ने जमकर आलोचना की। वहीं प्रज्ञा सिंह के बयान पर बीजेपी भी रक्षात्मक मुद्रा में दिखी और उनसे माफी की मांग की। पार्टी के रुख को देखते हुए प्रज्ञा सिंह ने कहा कि वो पार्टी की अनुशासित सिपाही हैं और पार्टी के साथ हैं। उनकी बीजेपी में निष्ठा है, नाथूराम गोडसे के मुद्दे पर जो पार्टी की सोच है उस सोच का वो समर्थन करती हैं।
नाथूराम गोडसे पर प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राज्य बीजेपी के अध्यक्ष को बयान देना चाहिए। नाथूराम गोडसे देशभक्त नहीं बल्कि देशद्रोही था। प्रज्ञा ठाकुर का बयान देशभक्ति वाला बयान नहीं है बल्कि देशद्रोह का मामला बनता है।