एटा– नगर पालिका परिषद के सफ़ाई कर्मियों ने नगरपालिका अध्यक्ष के खिलाफ मौर्चा खोल दिया है। सफाई कर्मियों ने चैयरमैन पर अपने चहेतों को मनमर्जी पोस्टिंग व 75 से ज्यादा सफाई कर्मियों को हटाकर बाहर का रास्ता दिखाने का आरोप लगाया है।
उसी को लेकर सैकड़ो की संख्या में सफाई कर्मी डीएम कार्यालय पहुँच कर चैयरमेन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा काटा और उनकी बहाली ना करने पर धरना की चेतावनी दी है। वही अधिकारियों का कहना है कि डूडा बिभाग से आवश्यकता पड़ने पर ये सफाई कर्मी घटाए, बढ़ाए जाते रहे है पर उनका 3 माह का वेतन देना चाहिए था।जाँच कराकर कार्यवाही की बात कहते नजर आए।
एटा नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों को कुछ दिन पूर्व बिना सूचना के एटा नगरपालिका अध्यक्ष ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसलिए सेकड़ो सफ़ाई कर्मियों ने जिला अधिकारी कार्यालय पर आकर जमकर नारे बाजी कर रहे है। बताया जाता है कि चार माह पूर्व इस सफाई कर्मचारियों को नगर पालिका परिषद् एटा में संविदा के तहत 75 कर्मचारियों को रखा गया था। तब से लगातार दिन और रात में ये कर्मचारी काम कर रहे थे लेकिन अभी तक 16 दिन का वेतन दिया गया है। और उसके बाद भी बिना सूचना की कर्मचारियों को हटा दिया गया है।
वही इन कर्मचारियों ने नगर पालिका अध्यक्ष मीरा गाँधी पर आरोप लगते हुए कहा है कि उन्होंने हमें तो निकाल दिया है और हमें वेतन भी नहीं दिया है और अपने चहेते 45 कर्मचारियों को समय से वेतन दिया जा रहा है। वही कर्मचारियों का कहना है कि हम लोग दिन रात शहर में अधिकारियो के कहने पर सफाई करते है और ये अधिकारी और विधायक , सांसद फोटो खिचाने के लिए हाथ में झाड़ू पकड़ लेते है। ये सब दिखावा कर रहे है , लेकिन असली स्वक्षता अभियान का काम बाल्मीक समाज कर रहा है। फिर भी हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है। वही अधिकारियों का कहना है कि डूडा बिभाग से आवश्यकता पड़ने पर ये सफाई कर्मी घटाए, बढ़ाए जाते रहे है पर उनका 3 माह का वेतन देना चाहिए था। जाँच कराकर कार्यवाही की बात कहते नजर आए।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)