अक्सर मुसलमानों की पहचान का सबसे आसान तरीका उनकी दाढ़ी मानी जाती है। मौलाना-मौलवी से लेकर आम मुसलमान ऐसे ही दाढ़ी मूंछ रखते है। कुछ लोग इसे इस्लाम के कट्टरपंथ से जोड़ते है। लेकिन इसके पीछे एक कारण है कि आखिर मुस्लिम ऐसी दाढ़ी-मूंछ क्यों रखते हैं।
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धर्म नहीं ये है वजह
इस्लाम (मुस्लिम) की उत्पत्ति अरब में हुई थी। हम सब जानते है कि अरब में धूल मिट्टी बहुत ज्यादा है और यदा कदा रेतीले तूफान आते रहते है। ऐसे में दाढ़ी चेहरे को गर्मी से जलने से बचाती है। वहीं बात अगर साफ मूंछ की करें तो घनी मूंछ होने पर अक्सर ऐसा होता है कि कुछ खाते या पीते समय बाल या धूल खाने में जा सकते है। इससे बचने के लिए मूंछें साफ रखी जाती है।
अन्न और पानी से जुड़ा मामला
मूंछें ना रखने के पीछे एक और कारण है। कहा जाता है कि बढ़ी मूंछ होने से कुछ खाते या पीते समय मूंछों में अन्न के टुकड़े फंसते हैं। ऐसे में ये खाद्यान की बर्बादी होती है। इसलिए वो मूंछें साफ़ रखते हैं।
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