प्रतापगढ़ — एक ओर जहां उत्तर प्रदेश में पुलिस सप्ताह मानया जा रहा वहीं आज बेख़ौफ़ बदमाशो ने दिनदहाड़े सिपाही की हत्या कर सनसनी फैला दी है। अज्ञात हमलावरों ने सिपाही के सीने में करीब आधा दर्जन गोलियां दाग दी और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।
लखनऊ के निगोहा का रहने वाला सिपाही प्रतापगढ़ जिला कारागार में तैनात था। पुलिस मौके पर पहुंच कर जाँच में जुट गई है।बता दें कि नगर कोतवाली के जेल रॉड क्रासिंग पर उस वक्त अफरा-तफरी जब रेल फाटक खुलते ही बदमाश भीड़ में आये और सिपाही पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए। 55 वर्षीय मृतक सिपाही हरि नारायण त्रिवेदी जेल कालोनी में अकेले रहकर ड्यूटी करता था। वहीं ड्यूटी खत्म होने के साथ जिंदगी भी खत्म हो गई ।
बताया जा रहा है कि पन्द्रह दिन पहले बैरक नम्बर आठ में कैदियों से विवाद हुआ था। जिला कारागार अब तक तमाम हत्या की वारदातों का तानाबाना बना जा चुका है। यह कोई पहला मामला नही है जब खाकी को मौत के घाट उतारा गया हो अपराधियों द्वारा साल 2013 में पहली बार सुर्ख़ियो में तब आया था जिला जब कुंड में तैनात रहे सीओ जियाउल हक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जियाउल हक की हत्या के साथ शुरू हुआ सिलसिला साल दर साल बदस्तूर जारी है। मानिकपुर थाने पर हमला बोलकर जमकर गोलियां बरसाई गई थी। इस गोलीबारी में थाने पर तैनात सन्तरी महादेव मिश्र की मौत हुई थी तो वही शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके के होटल वैष्णवी नगर कोतवाली के इंस्पेक्टर अनिल कुमार को ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया। इतना ही रानीगंज थाने में तैनात सिपाही राजकुमार को उस समय गोलियों से भून दिया गया जब वह एक अपराधी के घर डोजियर बनाने गया था।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)