लखनऊ–इस बार मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल और फालिज की परीक्षाएं राजकीय आइटीआइ व राजकीय पॉलीटेक्निक में होंगी। अनुदानित मदरसों व राजकीय इंटर कॉलेज के साथ उप्र मदरसा शिक्षा परिषद ने आइटीआइ व पॉलीटेक्निक को भी परीक्षा केंद्र बनाने का फैसला किया है।
इसके लिए बोर्ड ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) को दिशा-निर्देश भी दे दिए हैं। वर्ष 2020 में माध्यमिक शिक्षा परिषद व मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाएं साथ में होनी हैं। ऐसी स्थिति में परीक्षाएं कराने के लिए राजकीय एवं राज्य अनुदानित इंटर कॉलेज उपलब्ध न होने पर राजकीय इंटर कॉलेज (जो काली सूची में शामिल न हों) को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इसके साथ ही अनुदानित मदरसों, आइटीआइ व पॉलीटेक्निक में परीक्षाएं कराई जाएंगी। जबकि, छात्राएं अपने ही मदरसे में बोर्ड परीक्षाएं दे सकेंगी। छात्राओं का सेल्फ सेंटर रहेगा। परीक्षा केंद्र के कक्षों में दो कक्ष निरीक्षकों को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में परीक्षाएं होंगी।
डीएमओ बालेंदु कुमार द्विवेदी ने बताया कि बताया कि अनुदानित मदरसों, इंटर कॉलेज के साथ इसबार आइटीआइ व पॉलीटेक्निक में भी परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। साथ ही मदरसा पोर्टल पर परीक्षा केंद्रों में मैपिंग की जाएगी। परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति मदरसा पोर्टल पर परीक्षा समाप्ति के दो दिन के अंदर ऑनलाइन फीड होगी। इसके लिए नोडल अधिकारी बनेंगे।बोर्ड ने मदरसा शिक्षा संघों की मांग को देखते हुए परीक्षा शुल्क व आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि को आगे बढ़ा दिया है।
अब मदरसा छात्र-छात्राएं नौ दिसंबर तक परीक्षा शुल्क जमा कर सकेंगे, जबकि दस दिसंबर तक परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। पहले अंतिम तिथि दो दिसंबर थी। 12 दिसंबर तक मदरसे के प्रधानाचार्य द्वारा छात्र-छात्राओं के आवेदन पत्रों को मदरसा पोर्टल पर लॉक करना होगा। इसके बाद 16 दिसंबर को डीएमओ मदरसा पोर्टल को लॉक करना होगा।