सांसद के आदर्श गांव की बदहाली, एक दिन बैठक के बाद अधिकारियों ने मुड़कर भी न देखा !

फर्रुखाबाद–सांसद मुकेश राजपूत की गोद तो भर गई, लेकिन अभी आदर्श गांव खिमसेपुर के लोगों की झोली खाली है। एक दिन बैठक के बाद न तो सांसद ने गांव की ओर मुड़कर देखा और न ही अधिकारियों ने ग्रामीणों की सुध ली। गांव में आज भी समस्याओं का अंबार जस का तस है। 

मोहम्मदाबाद ब्लाक के ग्राम खिमसेपुर को सांसद मुकेश राजपूत ने गोद लिया है। इसके लिये विगत साल  सांसद ने अधिकारियों व समर्थकों के साथ लोगों को विकास और खुशहाली के सपने दिखाए थे। हकीकत की जमीन पर हालात में आज भी रत्ती भर बदलाव नहीं हुआ है। भाजपा सरकार के केंद्र में सरकार बनाये पांच साल पूरे होने को  है। केंद्र सरकार ने पांच साल में कितना विकास कार्य कराया है, यह जानने के लिए हम आपको फर्रुखाबाद लोकसभा से सांसद मुकेश राजपूत के गोद लिए गांव में ले चलते हैं। सांसद द्वारा गोद लिए इस गांव खिमसेपुर में क्या विकास कराया गया? खिमसेपुर गांव में जब हमारी टीम पहुंची तो बिजली के खम्भे तो लगे मिले, लेकिन उनके ऊपर तार नहीं दिखाई दे रहे थे। बहुत सी गलियां कच्ची दिखाई दे रही हैं। गलियों में कीचड़ भरा दिखाई दे रहा है। गांव अस्पताल से लेकर सभी सुविधा मौजूद होने के बाबजूद जनता को नही मिल पा रही है। 

आदर्श ग्राम खिमसेपुर के पशु चिकित्सालय पर दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। उप स्वास्थ्य केंद्र पर आज तक स्वास्थ्य कर्मियों के दर्शन नहीं हुए हैं। गांव की विद्युत लाइन जर्जर होने से अक्सर टूटती रहती है। पशु चिकित्सालय पर दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। खिड़कियों के शीशे टूट गये हैं। सबमर्सिबल पंप फुंकने से एक माह से पानी की आपूर्ति बंद है।गांव के लोगों का कहना है कि अस्पताल में जानवरों के डॉक्टर महीनों से अस्पताल में आये ही नहीं है। जानवरों के टीके प्राइवेट डॉक्टरों ने लगवाए हैं। 

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद) 

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