न्यूज डेस्क– यूपी के बलिया जिले में पारिवारिक कलह के चलते एक मां ने अपने डेढ़ साल के बेटे प्रिंस व पांच साल की बेटी निशा को घाघरा नदी में फेंक दिया। वह अपनी तीसरी बच्ची अर्चना को फेंकने ही वाली थी कि वहां से गुजर रहे कांवरियों ने महिला को पकड़ लिया।
जिसके बाद कांवरियों ने महिला की पिटाई कर दी। बाद में बिहार की मांझी पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित मनोरमा देवी ने बताया कि वह बिहार के सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के आलेख टोला की रहने वाली है। उसकी शादी 11 वर्ष पूर्व मांझी थाना क्षेत्र के ताजपुर फुलवरिया गांव के अमरजीत राम से हुई थी।
शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुराल वालों ने उसे तंग करना शुरु कर दिया। जिसकी शिकायत उसने अपने मायके वालों से कई बार की। लेकिन मायके वाले हमेशा की तरह उसे समझा-बुझा कर चले जाते थे। इसी बीच मनोरमा तीन बच्चो की मां बन गई। लेकिन ससुराल वालों का उसे प्रताड़ित करने का सिलसिला चलता रहा।
विद्यावती का आरोप है कि पति अमरजीत हमेशा उसे शराब के नशे में पीटता है। इसी बीच वह बीमार हो गई और मंगलवार रात इलाज व काम को लेकर पति से उसका झगड़ा हो गया। जिसपर पति ने उसे फिर से बुरी तरह पीटा। जिससे तंग आकर वह अपने तीनों बच्चो के साथ जयप्रभा सेतु पर पहुंची। जहां उसने सबसे पहले बेटे प्रिंस को नदी में फेका फिर पांच वर्षीय बेटी निशा को।
इन दोनों को फेंकता देख उसकी तीसरी बेटी 7 वर्षीय अर्चना वहां से भागने लगी । विद्यावती अर्चना को पकड़ने के लिए आगे बढ़ी की तब तक कि यह पूरी घटना वहां से गुजर रहे कांवरियों ने देखी। उन्होने फौरन ही महिला को पकड़ा और उसे थाने ले आए। उधर बैरिया के सीओ उमेश कुमार ने बताया कि यह मामला बिहार की सीमा का है और वहीं की पुलिस मुकदमा दर्ज कर विवेचना कर रही है।