लखनऊ– सतलोक आश्रम के संचालक संत रामपाल के दो दर्जन से अधिक अनुयायियों को पुलिस ने आज उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब ये सभी समर्थक अलीगढ़, जलालपुर इलाके में आपत्तिजनक सामग्री बांट रहे थे। जब इन लोगों को पर्चे बांटते हुए देखा तो हिंदूवादी संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया तब इन तमाम लोगों को पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने इन लोगों को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गिरफ्तार किया है। रामपाल के समर्थकों के पास चार वाहन और भारी मात्रा में प्रचार सामग्री बरामद की गई है। आपको बता दें कि सतलोक आश्रम हरियाणा के बरवाला में हैं। लेकिन यहां के कई लोग अलीगढ़, जलालपुर इलाके में आपत्तिजनक सामग्री बांट रहे थे, जो भी यहां से गुजर रहा था ये लोग उसे यह सामग्री बांट रहे थे। वहीं जब इस आपत्तिजनक सामग्री पर भाजपा कार्यकर्ता अतुल राजाजी की नजर पड़ी तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद इन सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दे रामपाल पर जबरन लोगों को आश्रम में बंधक बनाकर रखने सहित कई मामले दर्ज हैं। वर्ष 2006 में उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार करने गई पुलिस पर समर्थकों ने जमकर पत्थरबाजी की। इस घटना के बाद हुई हिंसा के चलते रामदास पर देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ, मौजूदा समय में वह हिसार क जेल में बंद है। रामपाल कबीरपंथी विचारधारा के अनुयायी के तौर पर खुद को पेश करता है। वह हरियाणा सरकार में सिंचाई विभाग में नौकरी करता था, उसने 21 मई 1995 को नौकरकी छोड़ सत्संग करना शुरू कर दिया था।