पानी की कमी की वजह से Corona virus का इन्फेक्शन फैल सकता है। दरअसल, पानी के लिए लोग इकट्ठा होते हैं और ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग मुश्किल हो जाती है। संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
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उसके मुताबिक कैलाशपुरी आलमबाग की आबादी से लेकर गीतापल्ली में युद्ध ग्रस्त गांव तक लेकर करीब दो लाख लोगों के पास घर में साफ पानी और साबुन से हाथ धोने का कोई विकल्प नहीं है। आलमबाग भर की झुग्गी-झोपड़ियों, घरो, शिविरों और अन्य भीड़-भाड़ वाली बसावटों में कई लोग रोजाना पानी के टैंकर से पानी लेने के लिए एकत्र होते हैं जहां सामाजिक दूरी संबंधी नियम का पालन संभव नहीं है। घनी आबादी वाले स्थानों पर लोगों को पानी की जरूरत बर्तन धोने और शौचालय साफ करने जैसे ‘महत्त्वपूर्ण कार्यों’ के लिए चाहिए होता है और उनके पास बार-बार हाथ धोने के लिए पानी के इस्तेमाल का विकल्प नहीं होता।
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यह भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने में आने वाली समस्याओं को रेखांकित करता है। इसने कहा कि उसे डर है कि वैश्विक निधि का इस्तेमाल टीकों और इलाज में किया जा रहा है और ‘रोकथाम की वास्तविक प्रतिबद्धता नहीं दिखती है।’ यूनिसेफ की जल और स्वच्छता टीम के ग्रेगरी बिल्ट ने कहा कि निश्चित तौर पर बिना गहरी जांच के पानी की कमी को COVID-19 से जोड़ना आसान नहीं है, ‘लेकिन हम यह जानते हैं, कि पानी के बिना, जोखिम बढ़ जाता है।’