लखनऊ — लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सपा-बसपा के गठबंधन में रालोद के शामिल होने से भाजपा के लिए चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
खासकर पश्चिमी क्षेत्र में जहां की 20 सीटें 2014 के चुनाव में भाजपा को मिली थीं। इन सीटों पर रालोद का भी अपना जनाधार है।वहीं बदले समीकरणों के बीच मोदी आगामी चुनाव में विकास के एजेंडे को आगे रखकर जनता के बीच जाने को तैयार है। इसी एजेंडे के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को सूबे को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की सौगात देने जा रहे हैं। एक ही दिन में पीएम वाराणसी, कानपुर और फिर गाजियाबाद में जनसभा कर महत्वपूर्ण योजना की सौगात देंगे।
जहां पीएम कानपुर में 75 हजार करोड़ रुपये अधिक की निवेश योजनाओं की सौगात दिया तो वहीं गाजियाबाद में 34.50 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण आज करेंगे। इसमें 30 हजार करोड़ रुपये की दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं शामिल हैं, जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था।
अब चुनाव से पहले भूमि पूजन किया जाएगा। वहीं, उससे पहले आठ मार्च की सुबह को वाराणसी में काशी मंदिर के सुंदरीकरण समेत अन्य कार्यों का शुभारंभ किया। इसके पीछे भाजपा की मंशा है कि बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने व पहले से संचालित प्रोजेक्ट की सौगात मिलने पर जनता कोे उन्हें उपलब्धियों के तौर पर गिनाया जा सके।