कानपुर देहात–लॉकडाउन में हजारों गरीबों मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा होने पर मनरेगा योजना उनके लिए बड़ा सहारा बनी है। जनपद में मनरेगा योजना के कामों में तेजी आई है।दो पखवारे भीतर ही 32 हजार से अधिक मजूदर काम कर रहे है।
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सीडीओ जोगिंदर सिंह के निर्देश पर वापस लौटे लोगों के भी जॉब कार्ड बनाकर उन्हें काम दे रहा है। करीब 50 दिन से चल रहे लॉक डाउन के चलते लोगों की आर्थिक हालत खराब कर दिए। तमाम तरह के काम व रोजगार बंद हो जाने के कारण सबसे बड़ी समस्या ग्रामींण इलाके के मजदूर परिवारों के सामने थी।
सरकार ने राशन देकर पेट भरने का तो इंतजाम किया लेकिन रोजमर्रा खर्चों के लिए गम्भीर समस्या पैदा हो गई। जिसके चलते तेज तर्रार सीडीओ जोगिंदर सिंह ने जनपद में तेजी के साथ मनरेगा योजना के काम शुरु करने के निर्देश दिए। जिसके तहत 568 ग्राम पंचायतों ने तालाब खुदाई, गूलों के निर्माण, चकरोड़ भराई से लेकर मैथा ब्लॉक में पांडु नदी पुनरुद्धार के काम शुरु किये गए।
तंगहाली की हालत में आए मजदरों को मनरेगा के रूप में फिर से संजीवनी मिल गई है। वहीं जनपद में 32327 लोगों को मनरेगा का काम दिया गया है। इस बार अगर बारिश 20 जून के बाद हुई तो मनरेगा से कई तालाब तैयार होकर गांवों में जलसंचयन का बड़ा माध्यम बन जाएंगें।
(रिपोर्ट-संजय कुमार, कानपुर देहात)