मेरठ — “साहब मुझे बचा लो मुझे मेरे परिवार वाले जान से मार देंगे, मेरा पति निर्दोष है मुझे उनके साथ रहना है”…… ये कहना है एसएसपी आवास पहुँची एक लड़की का…
दरअसल जय भीम नगर निवासी निशा का कहना है कि 26 जनवरी 2018 को घरवालों से छिपकर उसने आकाश नाम के अपने प्रेमी से मंदिर में शादी कर ली थी। शादी के बाद दोनों ही वापस अपने अपने घर चले गए और पहले की तरह रहने लगे। लेकिन उनके मिलने और फोन पर बात करने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। लेकिन एक रात ऐसी आई जब निशा का मोबाइल खराब हो गया तो उसने आकाश से दूसरा मोबाइल लेने के लिए अपने घर बुलाया आकाश और निशा की बातचीत की आवाज सुनकर छतपर सोये परिजनों की आंख खुल गई और उन्होंने आकाश को देख लिया।
फिर क्या था, परिजनों ने पहले तो निशा की पिटाई की और फिर थाने में आकाश के खिलाफ निशा से बलात्कार की तहरीर दी और साथ ही निशा पर भी आकाश के खिलाफ झूठा बयान देने का दबाव ये कहकर बनाया गया कि अगर आकाश के खिलाफ गवाही नही दोगी तो आकाश को मौत के घाट उतार देंगे। आकाश को खो देने के डर से निशा ने कोर्ट में आकाश के खिलाफ झूठा बयान दे दिया। लेकिन निशा के के परिवार वाले अब भी शान्त नही बैठे थे, अब उन्होंने निशा को इस दुनिया से उठाने की योजना बनाना शुरू कर दिया, जब निशा को ये भनक लगी तो निशा अपने घर से भाग निकली और सीधा एसएसपी आवास अपनी सुरक्षा की गुहार लगाने पहुँची।
निशा के हाथ मे लगी ये मेहंदी और उस पर लिखा आकाश का नाम इस बात का सबूत है कि निशा आकाश से प्यार करती है और निशा के परिवारजनों ने आकाश और निशा को अलग करने के लिए या यूं कहें कि अपनी झूठी शान के लिए आकाश को झूठे केस में जेल भिजवा दिया। लेकिन पॉलीटेक्निक की छात्रा निशा का ये भी कहना है कि उसके डॉक्युमेंट्स के हिसाब से वो 16 वर्ष की है यानी निशा अभी नाबालिग है। लेकिन फिर भी वो अपने पति यानी आकाश के साथ रहना चाहती है।
(रिपोर्ट-अर्जुन टंडन,मेरठ)