महोबा — बुन्देलखंण्ड में शासन के तमाम दावों के बाद भी बालू के अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नही ले रहा था । यूपी एमपी सीमा से निकलने वाली उर्मिल नदी से खनन माफिया पुलिस प्रशासन से मिलीभगत कर रात के अंधेरे में बेशकीमती बालू को निकालने में जुटे हुए है ।
नतीजतन नदी किनारे किसानों के खेतों में ट्रक ट्रेक्टर दौड़ने से कृषियुक्त भूमि भी बर्बाद हो रही है । वहीं इससे नाराज किसानों ने डीएम से शिकायत कर उचित कार्यवाही की मांग की।
दरअसल मामला महोबा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र का है। जहाँ उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे मध्यप्रदेश सीमा के थाना महाराजपुर के खीरी गांव में रहने वाले किसानो ने खनन माफिया की अराजकता की लिखित शिकायत डीएम से की है । किसानों ने आरोप लगाया कि श्रीनगर थाना पुलिस खनन माफियाओं से मिलकर हमारे खेतों से बालू के ट्रेक्टरों को दौड़ा रहे है । जिसके चलते हमारी खेतों की जमीन बर्बाद हो रही है ।
नदी के किनारे की बंधान को काटकर हमारे खेतों के किनारे लगे पेड़ों को रात के अंधेरे में काटकर सड़क बनाने में लगे हुए है । खेतों से ट्रेक्टरों को निकालने के विरोध करने पर माफियाओं ने गाली गलौज कर रहे है । साथ ही किसान महिलाओं ने आरोप लगाया कि मध्य्प्रदेश सीमा में आकर श्रीनगर थाना पुलिस 10 हजार रुपये प्रति ट्रक की वसूली कर रही है ।जबकि बालू का अवैध खनन रोकने पर पुलिसकर्मियों ने हमारे साथ अभद्रता की है।
इस मामले में महोबा जिलाधिकारी ने बताया कि नदी के समीप से ट्रेक्टरों के रास्ते को निकालने को लेकर किसानों और खनन माफियाओं के बीच विवाद की शिकायत आज मिली है । खनन ओर राजस्व की टीमें भेजकर मामले की जांच कराई जाएगी ।
रिपोर्ट- तेज प्रताप सिंह,महोबा