लखनऊ– रेड लाइन यानी नार्थ साउथ कॉरिडोर पर मेट्रो दौडऩे को तैयार है। बुधवार सुबह पूजा अर्चना के बाद चारबाग से मुंशी पुलिया के बीच मेट्रो को दौड़ाया गया। बताया जा रहा है कि पांच से दस किलोमीटर पर घंटे की स्पीड से दौड़ी।
हुसैनगंज क्रास करते हुए सचिवालय फिर हजरतगंज की ओर बढ़ती गई। देखते ही देखतेे करीब एक घंटे के अंदर छह स्टेशन क्रास कर दिए।ट्रायल के लिए सभी अफसरों को एक दिन पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था। डाटा रिकॉर्ड करने के लिए ट्रायल नौ से 11 जनवरी के बीच मेट्रो दिनभर में कई फेरे लगाएगी।निदेशक रोलिंग स्टॉक महेंद्र कुमार, निदेशक सिविल संजय मिश्रा, निदेशक आपरेशन सुशील कुमार सहित इलेक्ट्रिक के अधिकारी व कोच निर्माता कंपनी अल्स्ट्रोम के इंजीनियर यह सभी ट्रायल के दौरान मेट्रो में सवार थे। सफर के दौरान सिग्नलिंग व डाटा लॉगर की टेस्टिंग भी होगी। ट्रायल में 15वीं ट्रेन चलाई जा रही है। ट्रायल में मेट्रो को दौड़ा रहे ड्राइवर राहुल को 30 हज़ार किलोमीटर का अनुभव है।
ट्रायल रन के लिए टीपीनगर डिपो से दो मेट्रो ट्रेनें रात 11 बजे के बाद चारबाग मेट्रो स्टेशन पर लाकर खड़ी की गईं थीं । एलएमआरसी अफसरों के मुताबिक, ट्रायल रन के दौरान हर ट्रेन में 500 टन वजन रखा गया। इसके अलावा पूरे रूट पर जगह-जगह कर्मचारी तैनात रहे।लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो ट्रायल सुबह शुरू होगा और 11 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान कई भूमिगत स्टेशनों व एलीवेटेड रूट पर मेट्रो को रोककर टेस्टिंग भी की जाएगी। संचालन के दौरान मेट्रो की गति पांच से दस किमी प्रति घंटे रखी जाएगी।