मेरठ — मेरठ के लालकुर्ती थाने में किन्नरों की पिटाई के बाद देश भर के किन्नरों में आक्रोश है और सभी की मांग है कि किन्नरों को पीट कर जेल भेजने वाले थानाध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई हो और जेल भेजे गए किन्नरों को रिहा किया जाए।
इसके लिए उन्होंने एक महापंचायत भी की जिसमें देश के कई राज्यों से किन्नरों ने भाग लिया हालांकि यह पंचायत गुप्त रखी गई।
बता दें कि बीती 10 तारीख को थाना लालकुर्ती इलाके में किन्नरों के दो गुटों में बधाई मांगने को लेकर विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया था कि दोनों गुट थाने पहुंच गए थे। थाने में भी दोनों गुटों ने जमकर हंगामा किया जिसके बाद थाना अध्यक्ष रोजन्त त्यागी ने किन्नरों पर लाठी चार्ज करते हुए उनकी जमकर पिटाई की और कई किन्नरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । पुलिस द्वारा किन्नरों की पिटाई का यह वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ जिसके बाद देशभर के किन्नरों में काफी आक्रोश पैदा हो गया और आज कई राज्यों के किन्नर मेरठ पहुंचे और यहां पर उन्होंने गुप्त तरीके से किन्नर महापंचायत की।
वहीं बातचीत करते हुए देहरादून से आई किन्नरों की अध्यक्ष तेजसिया नाथ ने कहा कि मोदी जी और योगी जी हमेशा सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं और नर नारी के लिए हर सुविधा उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने सरकार को डबल इंजन की रेल कहते हुए कहा कि इस डबल इंजन की रेल में किन्नरों के लिए कुछ नहीं सोचा गया जबकि सरकार बनाने में अपना वोट देकर किन्नर भी अपनी भागीदारी निभाते हैं। किन्नर तेजसिया नाथ का कहना है कि थाने में किन्नरों की पिटाई करने वाले थानाध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए और साथ ही जेल में बंद उनके सभी किन्नर साथियों को रिहा किया जाए उसके लिए चाहे उनको उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़े या फिर योगी मोदी के दरबार में जाना पड़े वह वहां भी जाने के लिए तैयार हैं।
लेकिन अगर उनकी मांग नहीं मानी जाती तो वह लोग पूरे देश में बड़ा आंदोलन करेंगे। वहीं मेरठ की इकरा किन्नर का कहना है कि विवाद की असली वजह नकली किन्नर हैं जो इलाके के ही कुछ युवक हैं और वह किन्नरों का वेश बदलकर या लिंग परिवर्तन करके किन्नरों के इलाके में घुस जाते हैं और लोगों से अभद्रता करते हुए बधाई भी मांगते हैं जिससे पूरे किन्नर समुदाय का नाम बदनाम किया जा रहा है।
वहीं तेजसिया नाथ ने बताया कि किन्नरों के ठाट बाट, धन-दौलत को देखते हुए कुछ लोग इस समाज से जुड़ने के लिए अपना लिंग परिवर्तन करा लेते हैं और अपने आप को किन्नर बताने लगते हैं। लेकिन वह फर्जी किन्नर होते हैं जो लोगों से अभद्रता करते हुए पूरे किन्नर समाज को बदनाम करते हैं । उन्होंने मांग की कि ऐसे किन्नरों पर भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
(रिपोर्ट-प्रदीप शर्मा,मेरठ)