मेरठ — एशियन गेम-2018 में मेरठ के मिट्टी के लाल ने अपना लोहा मनवा दिया है। हिंदुस्तान की झोली में गोल्ड लाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर साबित कर दिया है अपने हम उम्र लोगों के लिए यदि सोच बड़ी हो और कुछ पाने का जनून हो तो उसके आगे चाहे कितनी भी दिक्कतें आये उसे पार कर ही रहना है।
जहाँ पूरा देश हिन्दुस्तान की इस जीत पर गर्व महसूस कर रहा है वहीं मेरठ में इस युवा खिलाड़ी के परिवार और गांव के लोगों में खुशी का माहौल है और एक दूसरे को मिठाई खिला कर ढ़ोल की थाप पर नाचकर अपनी खुशी का इज़हार करते हुए जश्न मना रहे है।
बता दें कि यूपी मेरठ के कलीना गांव निवासी सौरभ ने एशियन गेम में जो कमाल दिखाया उससे देश के साथ-साथ मेरठ का भी नाम दुनिया में रोशन हो गया।दरअसल सौरभ ने दस मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतकर दुनिया में ना केवल अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया बल्कि पूरे देश को दुनियाभर में चमका दिया । उसकी इस कामयाबी की खुशी में ना केवल पूरा घर बल्कि पूरा गांव झूम रहा है। वहीं घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
काफी परेशनियों भरा रहा सफर
वहीं परिजनों का कहना है की उन्हें सौरभ के इस खेल में काफी दिक्कतें भी आयी क्योंकि ये शूटिंग का खेल काफी महंगा है। लेकिन आज सौरभ की इस कामयाबी के बाद उनकी खुशियों का कोई ठिकाना नहीं है । अब योगी सरकार ने भी सौरभ की इस जीत से खुश होकर सौरभ को 50 लाख रुपये अनुदान और एक सरकारी नोकरी देने की घोषणा कर दी है। लेकिन उनके परिवार को ये नाकाफी लग रहा है।
स्पोर्ट्स स्टेडियम के लिए दादा देंगे जमीन
परिजनों का कहना है कि सरकार को कम से कम 5 करोड़ रुपये सौरभ को उसकी इस उपलब्धि के लिए देने चाहिए साथ ही सौरभ के घरवालों ने हरियाणा सरकार की मिसाल देते हुए कहा कि जब हरियाणा सरकार जीतने वाले खिलाड़ियों को 3 करोड़ दे सकती है तो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 5 करोड़ क्यों नहीं। वहीं सौरभ के दादा जी का कहना है कि सौरभ की इस उपलब्धि के एवज में सरकार को उनके गांव में एक स्पोर्ट्स स्टेडियम बनवाना चाहिये। साथ ही सौरभ के दादा ने कहा कि इस स्टेडियम के लिए जितनी जमीन की जरूरत होगी वह सौरभ के दादा जी देंगे।
(रिपोर्ट-अर्जुन टंडन,मेरठ)