फर्रुखाबाद–फर्रुखाबाद में सदर कोतवाली के मोहल्ला लकूला गिहार बस्ती में सड़क के किनारे दवायों का जखीरा पड़ा मिला मौके पर दवाई देखने वालों की भीड़ लग गयी। पड़ी मिली दवाएं एक्सपायर बतायी जा रही है।लेकिन एक तरफ जहाँ कई लोगों को दवायें के लाले है ।
लोहिया अस्पताल से मरीजों को दवाये नहीं मिल पा रही है ।वही इतनी बड़ी मात्रा में दवायों का फेंक देना एक बड़ी लापरवाही की मिसाल है।शहर कोतवाली क्षेत्र के लकूला के निकट बाग़ में जीवन रक्षक दवाओं का जखीरा पड़ा मिला। रात में किसी ने कूड़े की तरह जीवन रक्षक दवाओं को फेंका है। फेंकी गयी दवाओं में खासी,जुखाम,बुखार,लीवर,गैस,पेट,जोड़ो व जुटनों के दर्द,मल्टी विटामिन है।दवा जेपी ड्रग कम्पनी की है। दवा कीमत लाखों में है।लेकिन अधिकतर दवा एक्सपायर है। सूत्रों की माने तो दवा आवास विकास निवासी एक बड़े दवा कारोबारी द्वारा फेंकी गयी है। अभी बीते कुछ दिनों पहले ही सीएमओ कार्यालय में लाखों रूपये कीमत की दवायों को जला दिया गया था।वह मामला अभी जाँच के दायरे में चल रहा है।यदि इन फेंकी गई दवाइयों का सेवन कोई भी कर लेता है तो उसकी जान खतरे में पड़ सकती है।जिस प्रकार से खुले में लाखों की दवाई में खुले में फेंका जाना कानूनी अपराध है।
डॉक्टर उमाशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि एक्सपायरी दवाई के सेवन से त्वचा रोग के साथ सास लेने में परेशानी हो सकती वही जो इंजेक्शन है यदि उनका इस्तेमाल कोई भी कर लेता है उससे उसके दिल पर सीधा असर हो सकता है।जिस दवाई की समय सीमा पूरी जो जाती है उस दवाई को गढ्ढा खोदकर दबा देना चाहिए जिससे उस दवाई का कोई भी किसी प्रकार का सेवन न कर सके।इस प्रकार की दवाई स्वास्थ्य के बहुत ही हानिकारक हो सकती है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )