मार्टिना गुप्ता हत्या का खुलासाःविवाह के लिए नहीं मानी तो पिता ने कर दी हत्या

लखनऊ — पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के एल्डिको उद्यान 2 में शनिवार सुबह संदिग्ध हालात में गोली लगने से हुई मार्टिना गुप्ता की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया, जहाँ कल तक परिजन मृतका द्वारा आत्महत्या की बात कह रहे थे वहीं रविवार को मृतका की माँ मालती देवी गुप्ता की तहरीर पर पिता राकेश बाबू गुप्ता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया।वहीं पुलिस आरोपी पिता को हिरासत में लेकर पूंछ तांछ कर रही है।

 

हत्या में इस्तेमाल रिवाल्वर सौंपी-

हत्या आरोपी राकेश बाबू गुप्ता ने हत्या में इस्तेमाल रिवाल्वर पुलिस को सौंप दिया, वहीं पुलिस ने मौका ए वारदात से बरामद एक  फ़ायर्ड कार्टिज,व बुलेट ,बिस्तर पर बिछी चादर, कम्बल को कब्जे में लेकर सील कर दिया।

पसरा रहा सन्नाटा-

आलीशान कोठी में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा, किसी।प्रकार की हलचल दिखाई नहीं दी,यहां तक कि कोई पड़ोसी भी घर के आसपास दिखाई नहीं दिया। जब कि बाजार में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा,हर कोई एक धनाढ़्य पिता द्वारा अपनी ही बेटी के कत्ल की वारदात को समझने और समझाने में लगा रहा।

हत्यारोपी की होती रही सेवा-

आरोपी राकेश बाबू को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद भी हवालात में नहीं डाला,जो पुलिस छोटे से मामले में आम नागरिक को जूते उतरवाकर हवालात में डाल देती है,वहीं सुबिधा संपन्न राकेश बाबू गुप्ता हत्या जैसा अपराध करके भी आराम से कुर्सी पर विराजमान रहा।

पुलिस के मुताविक मालती देवी ने तहरीर दी है कि, शनिवार सुबह बहू बेटे पार्क में टहल रहे थे।मालती देवी स्वयं निचली मंजिल में थीं। ऊपरी मंजिल पर गोली चलने की आवाज आने पर ऊपर जा रही थी कि देखा मेरे पति सीढ़ी से नीचे उतर रहे थे ।मार्टिना के कमरे में गयी तो वह कमरे में लहूलुहान होकर बिस्तर पर पड़ी थी। मेरे पति ने ही मार्टिना की हत्या की है।बताते चलें कि शनिवार सुबह पीजीआई के एल्डिको उद्यान 2 के 489 अभिषेक में संदिग्ध हालात में एक युवती की गोली लगने से मौत हो गई थी।

इंस्पेक्टर पीजीआई अरुण कुमार राय ने बताया कि मृतका की माँ की तहरीर पर उसकी हत्या के आरोपी पिता राकेश बाबू गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया है।आरोपी ने बताया कि मार्टिना की शादी करना चाहता था।वह हमारे बताये अनुसार विवाह करने को तैयार नहीं थीं।एक सप्ताह से इसी प्रकरण में विवाद चल रहा था।आवेश में आकर हत्या कर दी।

रिपोेर्ट- अंशुमान दुबे, लखनऊ

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