पैसों की कमी से टूट रही थी युवती की शादी, फिर पुलिस ने मसीहा बन ऐसे कराई शादी…

बहराइच– पैसे के अभाव में बेटी की शादी तय होने के बाद टूट गई। पिता दूसरी जगह शादी करने की जुगत में था। लेकिन युवती वहां शादी करने को तैयार नहीं थी।

इसकी भनक जब कोतवाली नानपारा के उपनिरीक्षक सुधीर कुमार शुक्ला को लगी तो उन्होंने युवती के पिता से बातचीत करने के बाद पहले तय हुई शादी की बातचीत फिर से चलायी। दूल्हा पक्ष को समझाया बुझाया। साथ ही दान दहेज का खर्च उठाकर सोमवार को कालीकुंडा मंदिर में सात फेरे करवाए।

कोतवाली नानपारा अंतर्गत ग्राम गिरधरपुर निवासी राम सरन की 18 वर्षीय बेटी रुचि की शादी 5 माह पहले ग्राम आसवा मोहम्मद पुर से तय हुई थी। पर वर पक्ष के दान दहेज की अधिक मांग के चलते पैसे के अभाव में शादी टूट गई थी। इस पर गांव के कुछ लोग रामसरन पर नाजायज दबाव बनाकर पैसे का लालच देकर उसकी बेटी की शादी किसी और के साथ कराने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन युवती शादी से मना कर रही थी। मामला दो दिन पूर्व कोतवाली नानपारा पहुंचा तो उपनिरीक्षक सुधीर कुमार शुक्ला ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि आसवा मोहम्मदपुर राजेश वर्मा के सहयोग से लड़की की इच्छा के विरुद्ध शादी कराने वालों को रोका। साथ ही रुचि की शादी उसकी इच्छा के अनुसार अ‌सवा मोहम्मदपुर निवासी बृजमोहन पुत्र बांके के साथ बातचीत कर पुनः तय की।

सोमवार को उपनिरीक्षक ने बारात बुलवाकर उसकी आवभगत की। साथ ही नगर के कालीकुंडा देवी मंदिर में विधि-विधान से वैवाहिक समारोह संपन्न कराया। उपनिरीक्षक सुधीर कुमार शुक्ला के प्रयास से टूटे हुए रिश्ते फिर जुड़ गए। उपनिरीक्षक ने लड़की की शादी की सारी व्यवस्था स्वयं कर वर-वधू को आशीर्वाद देकर उपहार भी दिया। ग्राम प्रधान राजेश कुमार वर्मा भी इस अनूठी शादी के गवाह बने। पुलिस के द्वारा शादी देखने के लिए लोगों की भीड़ मंदिर में जमा रही। नगर के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर सहयोग किया।

पहले भी बन चुके हैं मिसालः

उपनिरीक्षक सुधीर कुमार शुक्ला की तैनाती साल भर पूर्व राजा बाजार पुलिस चौकी पर इंचार्ज के रूप में थी। वहां तैनात प्राइवेट खाना बनाने वाले फॉलो वर की बेटी की शादी चौकी इंचार्ज ने चौकी से ही की थी। सभी पुलिसकर्मियों ने बारातियों को खाना खिलाकर उन्हें उपहार दिए थे।

(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)

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