मैनपुरी — पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए मैनपुरी के गांव बिनायकपुर के मूल निवासी रामवकील जो बीते चौदह फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हो गये.
शनिवार को जैसे ही शहीद का शव गांव पहुंचा तो चारों तरफ कोहराम मचा गया. शहीद के बेटे अंकित ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. पिता को अंतिम विदाई देने के बाद अंकित ने कहा सेना में भर्ती होकर अपने पिता की मौत का बदला आतंकियों को मारकर लूंगा. बता दें कि शहीद राम वकील बच्चों को अच्छी तालीम दिलाने के लिए इटावा के अशोकनगर मोहल्ले में किराए के मकान में रह रहे हैं.
शहीद राम वकील की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए. सूबे के कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी, डीएम प्रदीप कुमार, एसपी अजयशंकर राय भी शहीद के गांव पहुंचे, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद राम वकील को अंतिम विदाई दी. इस दौरान सभी की आंखे नम थी. शहीद राम वकील की पत्नी गीता देवी का कहना हैं कि उन्हें अब बदला हर कीमत पर चाहिये.
वहीं परिवारीजनों का बुरा हाल है. वो रो-रोकर बेहाल हुए जा रहे हैं. राम वकील की पत्नी बस यहीं कह रही है कि वो कह कर गए थे कि इस बार आऊंगा तो घर बनवाऊंगा. इसी गांव में पैदा हुए राम वकील जिन्होंने पास के गांव लाखनमऊ में इंटर की पढ़ाई पूरी की थी, उनका बचपन से ही जज्बा था कि वे सेना सहित देश के किसी भी सशस्त्र बल में शामिल हो. उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और सन 2000 में केन्द्रीय बल सीआरपीएफ में भर्ती हो गये.